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सीबीएसई राष्ट्रीय ताइक्वांडो चैम्पियनशिप 2025-26 में बक्सर के सचिन ने जीता कांस्य पदक

भारत सहित 9 देशों के खिलाड़ियों ने दिखाया दम

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 
इटावा (उत्तर प्रदेश) के अमनीव विजन स्कूल परिसर में 3 से 7 सितंबर तक सीबीएसई राष्ट्रीय ताइक्वांडो चैम्पियनशिप 2025-26 का भव्य आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह आयोजन न केवल खेल प्रतियोगिता का महोत्सव साबित हुआ बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का सुनहरा अवसर भी बना।

 

इस बार की चैम्पियनशिप को खास बनाने वाली बात यह रही कि इसमें भारत सहित 9 देशों संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन, ओमान, कतर, सऊदी अरब, इराक, कुवैत और यमन के सीबीएसई स्कूलों ने हिस्सा लिया। 1100 से अधिक जोनल गोल्ड और सिल्वर मेडलिस्ट खिलाड़ियों ने यहां अपने कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में पहली बार ओलंपिक ग्रेड KPNP सेंसर्स का उपयोग किया गया, जिससे मुकाबलों में पारदर्शिता और विश्व स्तरीय गुणवत्ता सुनिश्चित हुई। खिलाड़ियों और कोचों ने इस बदलाव की सराहना की और कहा कि इससे ताइक्वांडो की दिशा और दशा दोनों में बड़ा बदलाव आएगा।

 

ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बने मुख्य अतिथि

इस चैम्पियनशिप के मुख्य आकर्षण रहे रियो ओलंपिक्स 2016 के गोल्ड मेडलिस्ट अहमद अबुग्हौश (जॉर्डन), जिनकी मौजूदगी ने प्रतियोगिता को अंतरराष्ट्रीय रंगत दी। उनके प्रेरणादायी संबोधन और अनुभव साझा करने से खिलाड़ियों में ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हुआ। प्रतियोगिता में बक्सर, बिहार के युवा खिलाड़ी सचिन कुमार सिंह ने अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का परिचय देते हुए अंडर-17 (55-59 किग्रा वजन वर्ग) में कांस्य पदक जीतकर जिले और राज्य का गौरव बढ़ाया। सचिन पिछले तीन वर्षों से लगातार राष्ट्रीय स्तर पर डीएवी स्कूल और बक्सर जिला के लिए पदक जीतते आ रहे हैं। उनकी मेहनत, अनुशासन और समर्पण का ही परिणाम है कि वह हर बार जिले को गौरवान्वित करते हैं।

सचिन की उपलब्धि पर गर्व

सचिन की उपलब्धि पर बक्सर ताइक्वांडो एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील कुमार, सचिव संजू सिंह, कोच एवं मीडिया प्रभारी संजय कुमार सिंह, उपाध्यक्ष शैलेश सिंह, सदस्य अमन कुमार सिंह और प्रिंस राज समेत पूरे खेल परिवार ने खुशी जताई। सभी का मानना है कि यदि सचिन को बेहतर प्रशिक्षण और सुविधाएं मिलें, तो आने वाले समय में वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर सकते हैं। यह चैम्पियनशिप केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं रही, बल्कि इसने देशभर के युवाओं को अनुशासन, मेहनत और देशभक्ति के मूल्यों से जोड़ते हुए नई दिशा दी। आयोजन से यह संदेश गया कि भारतीय ताइक्वांडो अब विश्व पटल पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने की ओर अग्रसर है। बक्सर और बिहार के लिए सचिन की जीत गर्व का क्षण है और यह नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।

 

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