बिहार पुलिस भर्ती में रिश्वत का गंदा खेल, 5 लाख रिश्वत के साथ प्रशिक्षक और तीन सिपाही गिरफ्तार




न्यूज़ विज़न। बक्सर
बिहार पुलिस की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता के तमाम दावे उस वक्त ध्वस्त हो गए, जब बक्सर में री-मेडिकल जांच के नाम पर रिश्वतखोरी का गंदा खेल सामने आया। शनिवार को जिले की पुलिस ने खुद अपने ही चार लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। जिनमें एक प्रशिक्षक और तीन अंडर ट्रेनिंग सिपाही शामिल हैं।






एसपी शुभम आर्य ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शिकायत मिली थी कि पुलिस लाइन में नवनियुक्त सिपाहियों के री-मेडिकल में “फिट” कराने के बदले मोटी रकम वसूली जा रही है। एसपी के मुताबिक, शिकायत मिलते ही एक स्पेशल टीम बनाई गई, जिसने प्रशिक्षक आदित्य कुमार और उसके तीन सहयोगियों को जाल बिछाकर धर दबोचा। जांच में सामने आया कि प्रशिक्षक आदित्य कुमार खुद अभ्यर्थियों से सीधा संपर्क करता था और हर अभ्यर्थी से 10-10 हज़ार रुपये की मांग की जा रही थी। अब तक की जांच में कुल 5.10 लाख रुपये की अवैध वसूली का पता चला है। जिसमें 3.50 लाख रुपये कैश और 1.60 लाख रुपये डिजिटल पेमेंट (PhonePe के जरिए) वसूले गए। गिरफ्तार किए गए चारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है।

“पुलिस की साख पर चोट, दोषियों को बख्शेंगे नहीं” : एसपी
एसपी शुभम आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह न केवल गंभीर अपराध है, बल्कि पुलिस की साख को भी धूमिल करता है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी और भविष्य में किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे मामलों में हमारी नीति जीरो टॉलरेंस की है।’ इस खुलासे के बाद बहाली प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं। अभ्यर्थियों और उनके परिवारों में गहरा अविश्वास और नाराजगी दिख रही है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि निगरानी तंत्र को और कड़ा किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस गोरखधंधे में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं। मामले की परतें अभी खुलनी बाकी हैं। जांच तेज़ कर दी गई है।
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