चौसा पावर प्लांट में बड़ा हादसा, मजदूर के सर पर गिरा लोहे का भारी नट-बोल्ट, गंभीर रूप से घायल




न्यूज़ विज़न। बक्सर
चौसा प्रखंड क्षेत्र में निर्माणाधीन चौसा थर्मल पावर प्रोजेक्ट में सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब काम के दौरान एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। इस सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, ऊंचाई से गिरा लोहे का भारी नट-बोल्ट सीधे एक मजदूर के सिर पर आ गिरा, जिससे वह लहूलुहान होकर मौके पर ही गिर पड़ा। आनन-फानन में अन्य मजदूरों द्वारा घायल को चौसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज जारी है।







घायल मजदूर की पहचान बिहार के सारण जिले के छपरा निवासी 39 वर्षीय स्वर्गी राम, पिता ओमप्रकाश के रूप में की गई है। वह चौसा बिजली परियोजना में ठेकेदार के अधीन मजदूरी का कार्य कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब ऊंचाई पर कार्य चल रहा था और भारी-भरकम नट-बोल्ट अचानक नीचे गिर पड़ा। हालांकि सभी मजदूरों ने सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट पहन रखे थे, फिर भी गिरने की रफ्तार और वजन के कारण नट-बोल्ट उसके सिर पर सीधा जा लगा, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घटना के तुरंत बाद मौजूद अन्य मजदूरों ने बिना समय गंवाए उसे अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों के अनुसार, मजदूर के सिर में गंभीर चोट आई है, लेकिन फिलहाल उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है।

सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों की पोल खोल दी है। सवाल यह उठ रहा है कि जब सुरक्षा हेलमेट मौजूद था, तो ऐसी गंभीर चोट कैसे लगी? क्या मौके पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए थे या फिर मानक प्रक्रियाओं का पालन नहीं हो रहा था? स्थानीय मजदूरों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि परियोजना स्थल पर सुरक्षा के पर्याप्त उपाय नहीं हैं और आए दिन छोटे-मोटे हादसे होते रहते हैं, जिनकी रिपोर्ट तक नहीं होती। कई मजदूरों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई जगहों पर सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर कार्य कराया जाता है।

