औरंगाबाद पुलिस ने ‘टार्जन रमेश गैंग’ के 15 अपराधियों को किया गिरफ्तार
रेलवे किनारे ट्रांसफॉर्मर से तांबा व लोहा चोरी करने वाले पश्चिम बंगाल का है ‘टार्जन रमेश गैंग’


न्यूज़ विज़न। बक्सर
औरंगाबाद जिले की वारुण पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बिहार और झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में रेलवे किनारे लगे ट्रांसफॉर्मर से तांबा का तार, लोहा और अन्य मूल्यवान पुर्जे चोरी करने वाले कुख्यात टार्जन रमेश गैंग के 15 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग लंबे समय से रेलवे संपत्ति की चोरी में सक्रिय था, जिससे लाखों करोड़ों की क्षति होती थी।
घटना का खुलासा तब हुआ जब 23 अगस्त को ब्लू स्टार कंपनी के एचआर अभिजीत जीवन ने वारुण थाना में एक लिखित आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि सोन नगर टीएसएस में बड़ी चोरी हुई है। ट्रांसफॉर्मर का तेल, साइड प्लेट के नट-बोल्ट और कई मूल्यवान पुर्जे चोरी कर लिए गए। चोरी की इन सामग्रियों की कुल कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपये आंकी गई। इसके आधार पर वारुण थाना में एफआईआर दर्ज की गई। मामला गंभीर होने पर एसपी औरंगाबाद ने एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
तकनीकी जांच और CCTV ने खोली पोल
जांच के दौरान गठित SIT ने आरपीएफ डेहरी के साथ मिलकर विस्तृत तकनीकी विश्लेषण और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। साथ ही आम लोगों से भी सूचना एकत्रित की गई। इन्हीं प्रयासों से पुलिस को सोमवार को बड़ी सफलता मिली। टीम ने सोन नगर स्टेशन के पीछे एक पिकअप वाहन में भारी मात्रा में कॉपर तार मिलने के बाद रमेश चौधरी को पकड़कर पूछताछ की। पूछताछ में उसने पूरी चोरी गिरोह की जानकारी दी।उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सोन नगर भंवर के पास खड़ी स्कॉर्पियो, केशवपुर के पास छिपे हुए बोलेरो से कुल 14 अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने छापेमारी में भारी मात्रा में चोरी की गई सामग्रियां बरामद कीं जिसमे 12 क्विंटल तांबा (कॉपर) का तार, 1 पिकअप वाहन, 1 स्कॉर्पियो, 1 बोलेरो, 5 एंड्रॉयड मोबाइल, 3 कीपैड मोबाइल शामिल है। सभी 15 अपराधियों को विधिवत गिरफ्तार किया गया जो कि पश्चिम बंगाल के रहनेवाले है जिन्हे वारुण थाना लाया गया, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस बड़ी कार्रवाई में पुलिस अधिकारियों की एक मजबूत टीम ने संयुक्त रूप से भाग लिया जिसमे वारुण थानाध्यक्ष रंजीत कुमार, अपर थानाध्यक्ष सूर्यवीर कुमार, आईओ अंकित कुमार, श्रीनाथ कुमार मंडल, देवानंद कुमार, उपनिरीक्षक मनोज कुमार (आरपीएफ डेहरी ऑन सोन) के साथ अन्य पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल शामिल रहा। औरंगाबाद पुलिस द्वारा की गई इस त्वरित कार्रवाई से रेलवे संपत्ति चोरी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। चोरी की घटनाओं से रेलवे विभाग को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा था। पुलिस की इस कार्रवाई से ऐसे अपराधी गिरोहों पर बड़ी चोट पहुंची है तथा क्षेत्र में सुरक्षा व कानून व्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिली है।





