अहियापुर में हत्या के बाद परिजनों का फूटा गुस्सा, मौके पर पहुंचे डीएम और डीआईजी
आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का मिला आश्वासन, अवैध निर्माण और हथियार लाइसेंस की होगी जांच




न्यूज़ विज़न। बक्सर
राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में रोड पर बालू गिट्टी गिराने के मामले में गांव के एक परिवार के तीन चचेरे भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जिसकी पहचान अहियापुर निवासी 40 वर्षीय सुनील सिंह पिता दया शंकर सिंह, 50 वर्षीय विनोद सिंह पिता बबन सिंह एवं 35 वर्षीय वीरेंद्र सिंह पिता काशीनाथ सिंह है. गोली बारी में घायल पूजन सिंह पिता ललन सिंह 40 वर्ष एवं मंटू सिंह पिता दया शंकर सिंह 35 वर्ष है। इन दोनों का इलाज वाराणसी में चल रहा है और हालत चिंताजनक बनी हुई है।







घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि जलहरा कौवा खोंच मुख्य पथ पर अहियापुर गांव के नजदीक रोड पर बालू गिट्टी गिराने के मामले को लेकर शुक्रवार को गांव के ही पूर्व जिप अध्यक्ष के पति मनोज यादव, पूर्व जीप उपाध्यक्ष संतोष यादव एवं सुनील यादव के बीच कहा सुनी हुई थी। इसी मामले को लेकर शनिवार की अहले सुबह लोगों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज सुनते ही अफरा तफरी मच गया। चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर मृतक के परिजनों के बच्चे एवं महिलाएं भी घर से लाठी डंडा लेकर बाहर निकल पड़े। 10 मिनट तक चली गोली से एक ही परिवार एवं पट्टीदार के पांच लोगों को गोली लग गयी। जिसमें से दो कि घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। एक व्यक्ति की मौत अस्पताल जाने क्रम में हो गयी। वहीं दो व्यक्ति की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। घटना की खबर आग की तरफ फैलते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घर से महज डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर हुई हत्या से महिलाएं एवं बच्चों का क्रंदन शुरू हो गया। शव के पास पहुंचते ही महिलाएं बेहोश हो गई। जिन्हें गांव के आसपास की महिलाओं ने पहुंचकर ढांढ़स देना शुरू कर दिया।

घटना पर की सूचना पर पहुंचे थाना अध्यक्ष संतोष कुमार के समझाने के बाद भी परिजन बात सुनने पर तैयार नहीं थे। इसके बाद पहुंचे डीएसपी धीरज कुमार, एसपी शुभम आर्य ने परिजनों को समझाकर शव उठाने का प्रयास किया। फिर भी परिजन शव उठाने को तैयार नहीं थे। परिजनों का कहना था कि जब तक कोई कार्रवाई नहीं होती है। तब तक शव नहीं उठेगा। यह पहले से ही डरा धमका कर लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। घण्टों समझाने के बाद परिजनों की मांग पर एसपी शुभम आर्य ने आरोपियों के घर पहुंच कर छापेमारी की। इस दौरान उन्हें कोई विशेष आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ। सभी आरोपी घर से फरार हैं। जिनकी तलाश के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। एसपी ने भरोसा दिया की शीघ्र ही इन सभी आरोपियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने कहा रद्द होगा लाइसेंसी शस्त्र
परिजनों के भारी विरोध के बाद दोपहर बाद पहुंचे डीएम अंशुल अग्रवाल एवं डीआईजी सत्य प्रकाश ने घटनास्थल पर जांच किया। परिजनों के मांग पर इन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही नियम के अनुकूल शस्त्र के लाइसेंस को भी रद्द किया जाएगा। जहां तक मामला सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से भवन निर्माण को लेकर आ रही है। इसकी भी जांच कर इसके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। डीआईजी सत्य प्रकाश ने कहा कि अगले आदेश तक परिजनों की सुरक्षा के लिए यहां पुलिस बल के जवान एवं मजिस्ट्रेट मौजूद रहेंगे। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए हर पल इसकी निगरानी की जाएगी।

