अधिवक्ता बबन सिंह चौहान का असामयिक निधन, मंगलवार को न्यायालय में नो वर्क




न्यूज़ विज़न। बक्सर
बक्सर व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ताओं और न्यायिक परिवार के लिए सोमवार की शाम एक दुखद खबर लेकर आई। न्यायालय के सक्रिय और मिलनसार अधिवक्ता बबन सिंह चौहान का असमय निधन हो गया। वे केवल एक अधिवक्ता ही नहीं बल्कि अपने सरल स्वभाव और कर्तव्यनिष्ठा के लिए सभी के प्रिय साथी थे।






प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिविल लाइन स्थित अपने आवास पर अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की भरसक कोशिश की, लेकिन इलाज के दौरान ही उन्होंने अंतिम सांस ली। इस हृदयविदारक खबर से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरी अधिवक्ता बिरादरी गहरे शोक में डूब गई। बबन सिंह मूल रूप से सदर प्रखंड के जगदीशपुर गांव के रहने वाले थे। वे अपनी पत्नी और दो पुत्रों के साथ सिविल लाइन में रहते थे। पिछले ही वर्ष उन्होंने जिला बार संघ की सदस्यता ग्रहण की थी और अपनी मेहनत और व्यवहार कुशलता से अल्प समय में ही सबके बीच अपनी जगह बना ली थी।

उनके निधन की सूचना मिलते ही जिला बार संघ की आपात बैठक बुलाई गई, जहां सचिव बिंदेश्वरी पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “बबन सिंह हमारे बीच एक भाई जैसे थे। उनका जाना हम सभी के लिए व्यक्तिगत क्षति है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को यह असहनीय दुःख सहने की शक्ति।” शोक स्वरूप जिला बार संघ ने मंगलवार 15 जुलाई को न्यायालय में नो वर्क डे की घोषणा की है। इस दिन अधिवक्तागण न्यायालय के कामकाज से दूर रहकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
आज बक्सर न्यायालय परिसर में हर किसी की आंखें नम थीं। साथी अधिवक्ताओं के लिए बबन सिंह चौहान की यादें और उनके साथ बिताए पलों की गूंज देर तक सुनाई देती रही। उनका यह असमय जाना सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।
ॐ शांति।

