सोलह सूत्री मांगो को लेकर फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन ने निकला आक्रोश मार्च कलेक्ट्रेट का घेराव कर किया प्रदर्शन
हमें भी सरकारी सेवक का दर्जा सरकार दें सरकार अन्यथा हमलोग संघर्ष का दूसरा चरण चालू करेंगे
न्यूज़ विज़न। बक्सर
गुरुवार को फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन जिला इकाई द्वारा ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर फेडरेशन के 16 सूत्री मांगो के समर्थन में जिलेभर के पीडीएस दूकानदार बाजार समिति परिसर से एक आक्रोश मार्च निकाल कलेक्ट्रेट पहुंच जमकर प्रदर्शन किया और अपनी मांगपत्र जिला प्रशासन को सौंपा।
जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण चौबे ने कहा की आजाद देश भारत में गुलाम है राशन विक्रेता इसके साथ सरकार दोहरी नीति अपना रही है। एक तरफ बेरोजगारों को रोजगार के रूप में रोजगार दे रही है और सरकारी भर्तियां खुली हुई है जिसमें बिहार के जन वितरण दुकानदार भी बिहार के जनता है और वोटर भी और बेरोजगार भी है और शिक्षित भी हैं। क्यों ना बिहार सरकार वर्षो से मांग कर रहे जन वितरण दुकानदारों को सरकारी सेवक की दर्जा देती है या मानदेय 30000 दे। वही अन्य राज्यों की भांति तीन सौ रुपया प्रति क्विंटल कमीशन में वृद्धि किया जाए हाल ही में गुजरात सरकार ने जन वितरण विक्रेताओं को ₹20000 मानदेय, राजस्थान, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, पांडिचेरी, तमिलनाडु इन राज्यों में विक्रेताओं को 15000 से 20000 रुपया मासिक आमदनी का सरकार ने व्यवस्था किया है। अन्य राज्य कमीशन में वृद्धि भी किया है जैसे दिल्ली सरकार ₹200 प्रति क्विंटल हरियाणा सरकार ₹200 प्रति क्विंटल गोवा सरकार ₹250 प्रति क्विंटल दे रही है। उसी तर्ज पर बिहार के भी जन वितरण दुकानदारों को 300रुपया प्रति क्विंटल कमीशन में वृद्धि किया जाए तत्काल में ₹90 प्रति क्विंटल मिल रहा है। जिससे विक्रेताओं को पारिवारिक खर्च नहीं चल पा रहा है ऐसे में विक्रेताओं के परिवार काफी दुखी और चिंतित है बिहार सरकार के मुख्यमंत्री के यहां लंबित मांग है। इसे पूरा करें जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक हड़ताल जारी रहेगा।
जिला के महामंत्री सच्चिदानंद उपाध्याय ने कहा सर्वोच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त माननीय न्यायाधीश डीपी बढ़ावा की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति को लागू किया जाए। जिसमें विक्रेताओं को जीवन यापन बेहतर हो सके मांग पूरा नहीं किया गया तो हड़ताल आगे भी जारी रहेगा। जिला प्रवक्ता हीरालाल वर्मा ने कहा कि भारत सरकार एवं बिहार सरकार के पास जन वितरण विक्रेताओं की मांग वर्षो से लंबित है। इसे पूरा करने के लिए विक्रेता बार-बार भारत सरकार एवं बिहार सरकार के समक्ष धरना प्रदर्शन हड़ताल किया है। लेकिन अभी तक सरकार मांग को नहीं दिया जिसे विक्रेता भुखमरी के कगार पर हैं। अनुमंडल अध्यक्ष भूतेश्वर सिंह ने कहा कि अगर विक्रेताओं 8 सूत्री मांग पूरा नहीं किया गया तो चक्का जाम किया जाएगा। यह विक्रेताओं का शांति मार्ग अपना सरकार के पास लंबित मांगों को मांग रहे हैं। इस सरकार को पूरा करना चाहिए अनुमंडल अध्यक्ष जीत नारायण राम ने कहा यह तो अभी अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है। सरकार मांग पूरा नहीं करेगी तो हम लोग वितरण तब तक नहीं करेंगे जिला महिला सचिव आरती देवी ने कहा सरकार के पास जो हमारी लंबित मांग है और बरसों से मांग किया जा रहा है। सरकार बेरोजगारी को समाप्त हेतु सरकारी नौकरी देने का वादा किया है तो हम भी बिहारी है हम भी बेरोजगार है हमें भी सरकारी सेवक का दर्जा सरकार दें। अन्यथा हम लोग संघर्ष का दूसरा चरण चालू करेंगे।
जिला के उपाध्यक्ष कपिल मुनि ठाकुर ने कहा क्या विक्रेताओं की मांग को लेकर सड़क से सदन तक एवं हम लोग पटना से लेकर दिल्ली तक संघर्ष करते रहे है उसके बाद भी सरकार हमें अपना अधिकार नहीं दे रही है तो शांति ढंग से हम लोग अपना मांग मांग रहे हैं नहीं तो आगे चलकर हम लोग भूख हड़ताल भी करेंगे करो या मरो की स्थिति में हम विक्रेता हैं आगे सभी विक्रेताओं की मांग में जो सरकार के पास 8 सूत्री मांग है। साप्ताहिक छुट्टी अनुकंपा की उम्र सीमा को समाप्त किया जाए पॉस मशीन की मरमती को सरकार खर्च उठावे एवं पॉस मशीन का 5G से कनेक्शन किया जाए विक्रेताओं को अधिक लाभ के लिए और आमजन को अधिक खाद्यान्न एवं अन्य खाद्यान्न जैसे चीनी दाल नमक साबुन किताब सरकार दें और कोरोना कल में मृत विक्रेताओं को बिहार के मुख्यमंत्री राहत कोष से 400000 लाख रुपया का भुगतान हो साथ ही राजस्थान सरकार के तर्ज पर 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। इस दौरान जिले के सभी प्रखंड अध्यक्ष और विक्रेता शिवचंद सिंह, विनोद पांडे, देव मुनीराम, पारस सिंह, बैद्यनाथ यादव, बसंत राय, धीरेंद्र तिवारी, नर्देश्वर उपाध्याय,रमेश यादव, वीरेंद्र लाल, कमल सिंह, रामाश्रय यादव,श्याम पाठक, ओमप्रकाश पासवान, संजय प्रसाद,कमल चौधरी, चंद्रकेश राय, परमेश्वर राम, रजनी कुमारी,कुशेश्वर सिंह, अमरनाथ गुप्ता, इमरान खान, तोशी देवी,अंजू परवीन, हदीस खान, मीना पाठक, ओम प्रकाश गुप्ता, सोनू जोशी, गुड्डू सिंह, कृष्णा कांत, प्रहलाद, मुन्ना राम, बिहारी रजक, अजय रजक, बिंदेश्वरी सिंह, ब्यूटी कुमारी, लिम देवी, लाल साहेब सिंह, एवं अन्य विक्रेताओं ने शामिल रहे।