OTHERS

स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की हुयी बैठक, प्रोन्नति नहीं मिलने पर 17 अक्टूबर से डीईओ कार्यालय के समक्ष देंगे धरना

मुख्य सचिव शिक्षा विभाग के आदेश का भी नहीं हुआ पालन, अन्य जिलों के शिक्षकों को मिल गयी प्रोन्नति

न्यूज़ विज़न । बक्सर
स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की एक बैठक बुनियादी विद्यालय के प्रांगण में संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता प्रोन्नति संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष यतीन्द्र कुमार चौबे ने की। उन्होंने शिक्षक मित्रों से कहा की गत शुक्रवार को प्रोन्नति के संबंध में एक शिष्ट मंडल माननीय सदर विधायक संजय तिवारी से मिला और उनसे प्रोन्नति के बारे में बताया कि 2012 में हीं हम लोगों को स्नातक प्रशिक्षित में प्रोन्नति दी गयी।
बिहार सरकार ने विद्यालयों में जो प्रोन्नति 8 वर्ष की सेवा पूरी करने पर प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति दी जाती। इस पूर्व के आदेश में शिथिलता बरतते हुए उन्होंने इस आदेश को 1 साल का कर दिया अर्थात जो स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक एक वर्ष तक अनुभव प्राप्त कर लेता है। उसे प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति दी जाएगी। इस प्रकार से 2013 में ही स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रधानाध्यापक बन जाना चाहिए था लेकिन यह नहीं हुआ। विभाग कुंभकरणी निद्रा में सोया रहा। बाध्य होकर के शिक्षकों ने आमरण अनशन भी किया। जिसमें तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं शिक्षकों के साथ लिखित समझौता हुआ और शीघ्र ही प्रोन्नति देने की बात कही गयी लेकिन उसका भी समय पर पालन नहीं हुआ। वर्षों बीत गया इसके बावजूद अपर मुख्य सचिव बिहार सरकार पटना आदरणीय के.के. पाठक जी का निर्देश हुआ कि जो शिक्षक स्नातक प्रशिक्षित ग्रेड में है उन्हें अपने ही वेतनमान में प्रोन्नति देकर प्रधानाध्यापक बना दिया जाए।
इस संदर्भ में निदेशक प्राथमिक शिक्षा के ज्ञापंक 1548 5 सितम्बर के आदेशानुसार 10 सितम्बर तक प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति देनी थी परन्तु जिले का दुर्भाग्य है कि आजतक उनके आदेश का पालन नहीं किया गया और बक्सर छोड़कर तमाम जिलों में यह प्रोन्नति लगभग दे दी गई है। शिक्षकों का शिष्ट मंडल माननीय सदर विधायक से भी मिला था। माननीय विधायक जी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को अपने सर्किट हाउस में बुलाया था जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना तो नहीं गए लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी महोदय वहां गए और उन्होंने कहा कि मैं एक हफ्ते में इसे कर दूंगा। शिक्षकों ने उनके बात को मान लिया लेकिन संशय बनी हुई है। आज स्नातक शिक्षक प्रशिक्षित शिक्षकों ने बैठक की और बैठक के बाद निर्णय लिया यदि 13 अक्टूबर तक प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति नहीं मिलती है तो जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष दिनांक 17अक्टूबर से धरना प्रदर्शन एवं यदि आवश्यकता हुई तो आमरण अनशन भी करने के लिए बाध्य होंगे और इसकी सारी जवाब देही जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की होगी। उक्त अवसर पर जीतेन्द्र कुमार, अशोक पाण्डेय, संजीव तिवारी, जगनारायण प्रसाद, अरुण कुमार सिंह, रामस्नेही राम, मु0 फिरोज, शाबान अंसारी, शैलेन्द्र पाण्डेय, लालबहादुर सिंह, संजीव कुमार, जनार्दन प्रसाद, रवींद्र रावत, सुनील कुमार, विनोद पांडेय, राजेन्द्र प्रसाद सिंह, अशोक कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button