हिंदी सबको जोड़ती है जबकि राजनीति तोड़ती है : बलिराज ठाकुर
न्यूज विजन । बक्सर
भोजपुरी साहित्य मंडल के बैनर तले शनिवार को बंगाली टोला स्थित आर्या एकेडमी के शारदा सभागार में मंडल अध्यक्ष अनिल कुमार त्रिवेदी की अध्यक्षता में हिंदी दिवस का सफल आयोजन किया गया। जिसका संचालन रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने किया। कार्यक्रम के दौरान मीरा सिंह ‘मीर’ के बाल गीत संकलन ‘बच्चों की दुनिया’ का लोकार्पण सहित हिंदी साहित्य की चुनौतियां विषयक विमर्श और सरस कवि सम्मेलन भी संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुभारंभ सभी आगत अतिथियों तथा कवियों को आयोजकों द्वारा लेखनी भेंट कर हुई। परिचर्चा का प्रारंभ करते हुए साहित्यकार डॉ अरुण मोहन भारवि ने कहा कि हिंदी सदा से ही सत्ता और सियासत के खिलाफ खड़ी होती आई है इसलिए इसका एक नाम खड़ी बोली भी है। मुख्य अतिथि प्रोफेसर बलिराज ठाकुर ने कहा कि हिंदी सबको जोड़ती है जबकि राजनीति तोड़ती है। हिंदी देश के माथे की बिंदी और देश की पहचान है। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर महेंद्र प्रसाद ने कहा कि हिंदी का क्षेत्र बहुत व्यापक हुआ है और आज यह देश की तीसरी सबसे बड़ी भाषा बन गई है। जनार्दन मिश्रा ने कहा कि हिंदी हमारी धड़कन ही नहीं हमारी पहचान भी है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार पांडे ने कहा कि ऐसे आयोजनों से हिंदी के विकास को गति मिलेगी। समारोह में राजेश कुमार, कामेश्वर पांडे, बजरंगी मिश्रा, हाई कोर्ट पटना के अधिवक्ता एसके सिंह ने भी अपने विचार को साझा करते हुए हिंदी को हिंदुस्तान की पहचान और स्मिता के सवाल से जोड़ा।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें अपने काव्य पाठ से कइयों ने खूब वाहवाही बटोरी कवियों में मीरा सिंह ‘ मीरा ‘ कुशध्वज सिंह मुन्ना, उमेश कुमार पाठक, शिव बहादुर पांडे प्रीतम, रामेश्वर प्रसाद वर्मा, धनु लाल प्रेमातुर, राजाराम पांडे, वशिष्ठ पांडे, सूबेदार चौबे, शशि भूषण मिश्रा, श्री भगवान पांडे, राजेश महाराज, श्रीधर शास्त्री, अमरेंद्र दुबे, कामरान खान, कमलेश दुबे, बृज बिहारी राम ने अपने काव्य पाठ को प्रस्तुत किया।