मनुष्य के कई जन्मों के पूण्य के बाद भागवत कथा श्रवण का सुअवसर मिलता है : रणधीर ओझा




न्यूज विजन । बक्सर
शहर के रामरेखा घाट स्थित श्री रामेश्वर नाथ मंदिर में विकास सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। व्यासपीठ की पूजा श्री श्री 1008 श्री महंत चंद्रमा दास महाराज एवं महंत अनुग्रह नारायण दास के द्वारा संपन्न हुआ।
प्रथम दिन कथा व्यास श्री मामा जी महाराज के कृपापात्र आचार्य श्रीमद् भागवत महात्म पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा श्रवण के पहले कथा महात्म सुनना आवश्यक होता है। क्योंकि महात्म जाने बिना प्रीति और प्रीति की पुष्टि नहीं होती है प्रीति के बिना कार्य में श्रद्धा नहीं होती और प्रीति के अभाव में किया गया आध्यात्मिक कार्य अधूरा सा रहता है। मनुष्य के कई जन्मों के पूण्य के बाद भागवत कथा श्रवण का सुअवसर मिलता है। इस अमृत कथा की शुरुआत ही भक्ति, ज्ञान और वैराग्य से होती है। कलयुग के जीवों पर अपनी कृपा वर्षा के लिए ही व्यास जी ने परमहंसीय संहिता का निर्माण किया है। कथा में हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित हो कथा श्रवण का आनंद लिया। कथा मे मुख्य रूप से रामस्वरूप अग्रवाल, सत्यदेव प्रसाद, नंदू जायसवाल, संजय सिंह, हरिशंकर गुप्ता, उपेंद्र दुबे, नियमतुला फरीदी, रामनाथ पांडे, सुजीत कुमार चौबे, नरसिंह, मनोज तिवारी, गोवर्धन पांडे, विक्की बाबा, श्याम प्रकाश सिंह समेत अनेकों लोग शामिल रहे।









