गुड गवर्नेंस डे पर सदर प्रखंड में किसान संगोष्ठी में खेती, विज्ञान और अनुसंधान पर जोर


न्यूज़ विज़न। बक्सर
सदर प्रखंड के प्रखंड कृषि कार्यालय सभागार में आत्मा बक्सर के तत्वावधान में गुड गवर्नेंस डे के अवसर पर किसान संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय “जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान एवं जय अनुसंधान” रखा गया, जिसमें किसानों को आधुनिक खेती, सरकारी योजनाओं और नवाचारों की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन संयुक्त रूप से अरुण कुमार सिंह (प्रदेश उपाध्यक्ष, जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ बिहार), जयप्रकाश सिंह (जदयू प्रदेश महासचिव), ऋषभ राय (भाजपा मंडल अध्यक्ष), डॉ. देवकरण, डॉ. राम केवल, असीम कुमार सिंह (प्रखंड कृषि पदाधिकारी) एवं अजय कुमार सिंह (बीटीएम, आत्मा) द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अरुण कुमार सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की कई योजनाएं किसानों के हित में चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों की जो भी समस्याएं होंगी, उनके समाधान के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। विशेषज्ञ वक्ताओं ने किसानों को आधुनिक और वैज्ञानिक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. देवकरण ने पराली प्रबंधन, फसलों में रोग-व्याधि नियंत्रण, जैविक खेती तथा नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया। डॉ. राम केवल ने सब्जी एवं अन्य फसलों की उन्नत खेती के साथ-साथ मुर्गी पालन और मशरूम उत्पादन से अतिरिक्त आय के अवसरों की जानकारी दी। असीम कुमार सिंह, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, ने किसानों को प्रशिक्षण, परिभ्रमण कार्यक्रम और नई तकनीकी प्रशिक्षण योजनाओं के बारे में बताया, ताकि किसान आधुनिक कृषि पद्धतियों से जुड़ सकें। वहीं जयप्रकाश सिंह ने सोना चूर धान की खेती को बढ़ावा देने, जियो टैगिंग की प्रक्रिया और सोना मुर्गी पालन की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इन तकनीकों से किसानों की आय में वृद्धि संभव है।
कार्यक्रम का संचालन अमरेश राय ने किया। अंत में अजय कुमार सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और प्रगतिशील किसानों का धन्यवाद ज्ञापन किया। संगोष्ठी में सभापति सिंह, राजेश कुमार, मिथिलेश कुमार, विजय कुमार, ओमप्रकाश, सरोज कुमार (किसान सलाहकार) सहित प्रगतिशील किसान तेज नारायण सिंह, राम आशीष सिंह, संजय सिंह, माधुरी देवी समेत सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम को उपयोगी बताते हुए इस तरह के आयोजन नियमित रूप से कराने की मांग की। कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को वैज्ञानिक खेती, नवाचार और सरकारी योजनाओं से जोड़ने का संदेश दिया गया, ताकि कृषि को लाभकारी व्यवसाय के रूप में विकसित किया जा सके और किसानों की आय में निरंतर वृद्धि हो सके।





