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मानवाधिकार दिवस पर बिहार के प्रदेश सचिव डॉ. दिलशाद को मिला राष्ट्रीय सम्मान

दिल्ली में हुआ भव्य सम्मान समारोह, राष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक चिकित्सकों और कई मानवाधिकार अधिकारियों को सम्मान

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 
राजधानी दिल्ली में मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मान समारोह में देशभर से आए चिकित्सकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और मानवाधिकार से जुड़े अधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस प्रतिष्ठित आयोजन में बक्सर के बिहार प्रदेश सचिव डॉ. दिलशाद को भी उनके उत्कृष्ट सामाजिक कार्य, चिकित्सकीय सेवा तथा मानवाधिकार की इकाइयों को पूरे शाहाबाद क्षेत्र और गाजीपुर तक विस्तार देने के लिए राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया।

 

सम्मान समारोह में देश के कई प्रख्यात व्यक्तित्व शामिल हुए। इस दौरान गुड़गांव में मशहूर बॉलीवुड अभिनेता चंकी पांडे को भी मानवाधिकार संगठन की ओर से विशेष सम्मान दिया गया। कार्यक्रम में मानवाधिकार संस्थान के वरिष्ठ एवं दिग्गज अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। कार्यक्रम में देश भर से आए करीब 50 चिकित्सकों के साथ अनेक मानवाधिकार अधिकारियों को भी उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह आयोजन चिकित्सा क्षेत्र, सामाजिक सेवा और मानवाधिकार संरक्षण में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वालों के लिए राष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण पहचान लेकर आया।

 

मानवाधिकार संगठन देश की सबसे पुरानी और विश्वसनीय संस्था — राष्ट्रीय अध्यक्ष

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने कहा कि मानवाधिकार संस्थाओं की भूमिका सिर्फ अधिकार दिलाने तक सीमित नहीं है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना भी उनका दायित्व है। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय देश की अग्रणी संस्था है, जिसे 42 वर्षों का अनुभव प्राप्त है। उन्होंने कहा कि संस्थान लगातार समाज, पर्यावरण और मानव मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्षशील रहा है।

मानवाधिकार सबसे बड़ा सामाजिक न्याय का स्तंभ : मंत्री जीवेश कुमार

कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि मानवाधिकार सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा स्तंभ है। कोई भी संस्था न्यायालय से बड़ी नहीं होती, लेकिन मानवाधिकार समाज में न्याय और संवेदना को स्थापित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है।

वायु व जल प्रदूषण आज की सबसे बड़ी चुनौती — डॉ. दिलशाद

सम्मान प्राप्त करने के बाद डॉ. दिलशाद ने अपने संबोधन में कहा कि आधुनिक युग में वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण सबसे ज्वलंत मुद्दे हैं। इन पर गंभीर चर्चा और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। नारी शक्ति के अधिकारों की रक्षा के लिए मानवाधिकार संस्था द्वारा की गई लड़ाई सराहनीय है, लेकिन इसे और मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे संशोधन (अमेंडमेंट) होने चाहिए जिनसे समाज में किसी भी व्यक्ति पर अत्याचार या भेदभाव न हो।

 

कार्यक्रम में मानवाधिकार के वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख थे राष्ट्रीय सलाहकार डॉ. आर.पी. सिंह, छपरा के नव-निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. अमरेश, औरंगाबाद अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडे, दरभंगा व्यवसायिक संघ के मानवाधिकार अध्यक्ष विजय जमनानी,  मोतिहारी, किशनगंज, सीतामढ़ी के जिलाध्यक्ष अंकित कश्यप, दरभंगा के पूर्व जिलाध्यक्ष विवेक ठाकुर इसके अलावा मानवाधिकार के कर्मठ सदस्य प्रवीण सिंह, मुकेश कुमार सिंह, मुख्य अतिथि जीवेश मिश्र, जम्मू–कश्मीर से आए डॉ. वनी अब्दुल मजीद, डॉ. शादाब पद्मश्री समेत कई अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम में देश के कोने–कोने से आए चिकित्सकों और मानवाधिकार अधिकारियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक और भव्य बना दिया।

 

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