काजल झांब बनी बक्सर की जिला जज
बक्सर में 48 घंटे के भीतर दूसरा बड़ा प्रशासनिक बदलाव, 25 वर्ष बाद महिला न्यायाधीश को मिली जिम्मेदारी


न्यूज़ विज़न। बक्सर
राज्य सरकार द्वारा बक्सर जिले में नई जिलाधिकारी साहिला की पदस्थापना के महज़ 48 घंटे बाद ही न्यायिक व्यवस्था में भी बड़ा बदलाव सामने आया है। पटना उच्च न्यायालय ने गुरुवार को बक्सर के प्रधान जिला न्यायाधीश के रूप में काजल झांब की नियुक्ति का आदेश जारी किया है। यह नियुक्ति कई कारणों से विशेष मानी जा रही है। करीब ढाई दशक बाद किसी महिला न्यायिक अधिकारी को बक्सर का प्रधान जिला न्यायाधीश बनाया गया है। अधिवक्ताओं के अनुसार, इससे पूर्व वर्ष 2000 में न्यायाधीश रेखा कुमारी ने यह जिम्मेदारी संभाली थी, जो आगे चलकर पटना हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति बनीं और वहीं से सेवानिवृत्त हुईं।
दो युवा महिला अधिकारियों के हाथों में बक्सर का प्रबंधन
अब बक्सर जिले में सामान्य प्रशासन और न्याय प्रशासन दोनों की कमान युवा महिला अधिकारियों के हाथों आ गई है। जिलाधिकारी साहिला हीर (आईएएस), प्रधान जिला न्यायाधीश काजल झांब। यह परिवर्तन जिले में प्रशासनिक और न्यायिक स्तर पर नई ऊर्जा और पारदर्शिता की उम्मीदों को मजबूती देता है। नवनियुक्त प्रधान जिला न्यायाधीश काजल झांब अभी तक पटना उच्च न्यायालय में निबंधक (प्रशासन) के पद पर कार्यरत थीं। उनके बारे में बताया गया है कि वे जल्द ही बक्सर पहुंचकर अपना पदभार ग्रहण करेंगी।
वर्तमान प्रधान जिला न्यायाधीश का तबादला
बक्सर के वर्तमान प्रधान जिला न्यायाधीश हर्षित सिंह का तबादला वैशाली न्यायमंडल कर दिया गया है। आदेश जारी होने के बाद प्रशासनिक स्तर पर कार्यभार हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अधिवक्ताओं का कहना है कि महिला न्यायिक अधिकारी का 25 वर्ष बाद पुनः आगमन और दो महिला अधिकारियों द्वारा जिले का संचालन ये दोनों बातें जिले के न्यायिक एवं प्रशासनिक माहौल में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।





