कर्मचारी नेता महेन्द्र प्रसाद का निधन, जिले के कर्मचारियों में शोक की लहर


न्यूज़ विज़न। बक्सर
बिहार राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (गोप गुट) बक्सर के जिला मंत्री महेन्द्र प्रसाद का गुरुवार से शुक्रवार की दरमियानी रात लगभग ढाई बजे बीएच, बनारस में निधन हो गया। वे लगभग दो दिनों से हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में भर्ती थे। अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिजनों द्वारा उन्हें बनारस ले जाया गया था, जहाँ इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
महेन्द्र प्रसाद जिले के कर्मचारियों के बीच एक संवेदनशील, संघर्षशील और अधिकारों के प्रति सजग कर्मचारी नेता के रूप में जाने जाते थे। वर्तमान में वे कलेक्ट्रेट स्थित पंचायती राज विभाग में कार्यरत थे। इसके पूर्व वे डुमरांव, बक्सर, सिमरी सहित कई प्रखंडों में अपनी सेवा दे चुके थे। शहर के चीनी मिल इलाके में उनका अपना मकान था, जहाँ वे परिवार के साथ रहते थे। उनकी सरलता, मिलनसार स्वभाव और कर्मचारियों के मुद्दों पर पैनी पकड़ के कारण वे जिले भर में बेहद लोकप्रिय थे।
पिछले वर्ष अगस्त महीने में उन्होंने कर्मचारियों की नौ सूत्री मांगों को लेकर लगभग एक माह तक अकेले धरना दिया था। उनके अडिग रुख और संघर्ष के कारण सरकार को मांगों पर विचार कर समाधान के रास्ते खोलने पड़े थे। यह घटना उन्हें एक दृढ़ इच्छाशक्ति वाले नेता के रूप में स्थापित करती है। उनके निधन की खबर मिलते ही जिले के कर्मचारियों में शोक की लहर दौड़ गई। कई कर्मचारियों ने सोशल मीडिया और व्यक्तिगत रूप से दुःख जताते हुए कहा कि महेन्द्र प्रसाद का जाना बक्सर जिले की कर्मचारी यूनियनों के लिए अपूरणीय क्षति है।





