अधिवक्ता दिवस पर माई द्वारा न्याय रत्न से अधिवक्ताओं को किया गया सम्मानित


न्यूज़ विज़न। बक्सर
अधिवक्ता दिवस के अवसर पर महिला अधिकार इकाई (माई) द्वारा डॉ. हिंगमणि (पूर्व प्रधानाध्यापिका) के आवास, हनुमान फाटक बक्सर में भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम विधि-जगत, समाज तथा महिला सशक्तिकरण के लिए एक यादगार मंच सिद्ध हुआ।
समारोह की अध्यक्षता डॉ. हिंगमणि ने की और कार्यक्रम का सुखद एवं प्रभावी संचालन अनन्या उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम की आयोजिका प्रियंका शर्मा रहीं, जिन्होंने अपनी सक्रियता व समर्पण से कार्यक्रम को उत्कृष्ट रूप दिया। इस अवसर पर कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. कन्हैया मिश्रा, प्रोफेसर रमेश चंद्र श्रीवास्तव, व्यवस्थापक कमल नारायण सिंह की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा को अत्यधिक बढ़ा दिया। अतिथियों ने न केवल अधिवक्ताओं की भूमिका को सराहा बल्कि माई जैसे संगठन द्वारा महिलाओं के हित में किए जा रहे कार्यों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।
मंच से वक्ताओं एवं अधिवक्ताओं ने माई के प्रयासों को “अत्यंत प्रभावी, जनहितकारी और समाज के लिए प्रेरणादायक” बताया। सभी अधिवक्ताओं ने महिलाओं को कानूनी जागरूकता, त्वरित सहायता और न्याय की दिशा में हर सम्भव सहयोग देने का संकल्प भी दोहराया। समारोह में विधि-जगत में विशिष्ट योगदान के लिए निम्न अधिवक्ताओं को “न्याय रत्न” सम्मान से अलंकृत किया गया। जिनमे अधिवक्ता सरिता सहाय, अधिवक्ता रानी तिवारी, अधिवक्ता साधना पांडेय, अधिवक्ता दीपिका कुमारी केशरी, श्यामा श्री चंद्र और अधिवक्ता आनंद रंजना शामिल है।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुमन दुबे, रविता सिंह, मीरा सिंह, कामनी सिंह, ऋतु देवी, पिंकी देवी, पूनम चौधरी सहित अनेक सम्मानित महिलाओं ने उपस्थिति दर्ज कर कार्यक्रम को भव्य और सफल बनाया। महिला अधिकार इकाई (माई) द्वारा आयोजित यह समारोह अधिवक्ताओं के सम्मान, न्यायिक उत्तरदायित्व और समाज हेतु उनके महत्त्वपूर्ण योगदान को समर्पित एक सशक्त पहल रही।





