कार्तिक पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी
शहर के रामरेखा घाट समेत अन्य गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने श्री सत्यनारायण भगवान कथा का किया श्रवण


न्यूज विजन। बक्सर
कार्तिक पूर्णिमा पर शहर के रामरेखा घाट पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। मंदिर में पूजा अर्चना कर श्री सत्यनारायण भगवान कथा का श्रवण किया। साथ ही दान पुण्य कर मंगल कामना की। रामरेखा घाट समेत नाथ बाबा घाट, सती घाट, गोला घाट, सिद्धनाथ घाट समेत अन्य प्रमुख घाटों पर गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही रामरेखा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। दिन चढ़ने के साथ ही घाट पर स्नान करने के लिए भीड़ भी बढ़ने लगी। रामरेखा घाट पर हजारों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई।
उत्तर वाहिनी गंगा होने के चलते सीमावर्ती उत्तर प्रदेश से भी स्नान के लिए श्रद्धालु पहुंचे थे। वीर कुंवर सिंह चौक से रामरेखा घाट जाने वाली सड़क श्रद्धालुओं से पट गया था। वहीं घाट पर पैर रखने तक की जगह नहीं थी। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर घाट पर सत्यनारायण भगवान की कथा का श्रवण किया। उसके बाद गरीब और असहायों के बीच दान-पुण्य कर सुख समृद्धि की कामना की। पंडित लाला बाबा ने कहा कि ऐसी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से जीवन के सारे पाप नष्ट जाते हैं। साथ ही स्वास्थ्य एवं समृद्धि में वृद्धि होती है।
शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान लोगों ने किया। इसके लिए बीते गुरुवार की रात से ही ट्रेन से श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए रामरेखा घाट पहुंचने लगे। रामरेखा घाट स्थित विवाह मंडप में रात्रि विश्राम करने के बाद अहले सुबह उन्होंने कार्तिक पूर्णिका का पवित्र स्नान किया। मां गंगा की भी श्रद्धालुओं ने पूजा की। देर शाम तक रामरेखा घाट पर स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा।
रामरेखा घाट और पहुंचपथ पर मेला का नजारा दिखा। सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पर पूजा सामग्री, फूल-माला, खिलौना, जलेबी, चाट, समोसा और श्रृंगार प्रसाधन की सामग्रियों समेत अन्य दुकानें सजी थी। श्रद्धालुओं ने फूल-माला और पूजा सामग्रियाें की खरीदारी की। वहीं अभिभावकों ने बच्चों के लिए खिलौना खरीदे। वहीं पूजा-अर्चना के बाद महिलाओं ने श्रृंगार प्रसाधन की सामग्रियों की खरीदारी की।
कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाली भीड़ को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किया गया था। वीर कुंवर सिंह चौक से रामरेखा घाट की ओर जाने वाली सड़क पर बड़े-छोटे वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया था, जिसके चलते गंगा घाटों तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हुई।





