ब्रह्मपुर में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में हुलास पांडेय ने दिखाई ताकत, टिकट की दावेदारी पर तेज हुई सियासी जंग




न्यूज़ विज़न। बक्सर
गुरुवार को ब्रह्मपुर हाई स्कूल खेल मैदान में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन ने आने वाले विधानसभा चुनाव की सियासी तस्वीर को और भी स्पष्ट कर दिया है। इस सम्मेलन में एनडीए गठबंधन के सभी दलों के नेता मौजूद रहे, लेकिन असली चर्चा सम्मेलन की भीड़ और जनसमर्थन पर केंद्रित रही। इस बार मुकाबला सीधे-सीधे उम्मीदवार की दावेदारी से जुड़ा हुआ नजर आया।









लोजपा (रा.) नेता हुलास पांडेय सम्मेलन में अपनी ताकत का प्रदर्शन करने में पूरी तरह सफल रहे। करीब 2000 चारपहिया और 1000 बाइक के भव्य काफिले के साथ जब वे सम्मेलन स्थल पर पहुंचे तो रास्ते भर उनका जोरदार स्वागत हुआ। मैदान में भी उनके समर्थकों की भारी मौजूदगी ने माहौल पूरी तरह लोजपा (रा.) खेमे के पक्ष में कर दिया। हुलास पांडेय पहले से ही खुद को ब्रह्मपुर सीट का मजबूत दावेदार मान रहे थे, और गुरुवार का यह सम्मेलन उनकी लोकप्रियता और पकड़ का सबूत माना जा रहा है।






राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ब्रह्मपुर सीट को लेकर एनडीए खेमे में लगातार चर्चाएँ जारी हैं। संगठनात्मक ढांचे और कार्यकर्ताओं में हुलास पांडेय की पकड़ को देखते हुए यह संभावना प्रबल मानी जा रही है कि एनडीए हाईकमान उन्हें टिकट दे सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो यह सम्मेलन केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं था, बल्कि इसे “टिकट की जंग का ट्रेलर” माना जा रहा है। जिस तरह से कार्यकर्ताओं का उत्साह और भीड़ उमड़ी, उसने यह संकेत दे दिया है कि लोजपा (रा.) ब्रह्मपुर से गंभीरता से अपनी दावेदारी पेश कर रही है।
विपक्ष के लिए चुनौती
अब बड़ा सवाल यह है कि एनडीए हाईकमान अंतिम रूप से किस पर भरोसा जताएगा। अगर हुलास पांडेय को उम्मीदवार बनाया जाता है, तो मुकाबला विपक्ष के लिए मुश्किल साबित हो सकता है। उनके जनाधार और संगठनात्मक ताकत को देखते हुए ब्रह्मपुर सीट पर चुनावी लड़ाई बेहद दिलचस्प होने वाली है। कुल मिलाकर, ब्रह्मपुर का यह सम्मेलन न सिर्फ कार्यकर्ताओं को जोड़ने का प्रयास था, बल्कि इसने साफ कर दिया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में लोजपा (रा.) और खासकर हुलास पांडेय की दावेदारी को नज़रअंदाज़ करना आसान नहीं होगा।

