14 सितम्बर से आरम्भ होगा 22 दिवसीय विजयादशमी महोत्सव
2 अक्टूबर को 2 बजे दिन से किला मैदान में रावण वध का मंचन एवं कलात्मक आतिशबाजी के साथ रावण और मेघनाथ के विशालकाय पूतले का दहन होगा


न्यूज़ विज़न। बक्सर
श्री रामलीला समिति, बक्सर द्वारा ऐतिहासिक किला मैदान के विशाल रामलीला मंच पर आयोजित 22 दिवसीय विजयादशमी महोत्सव-2025 का भव्य शुभारंभ रविवार 14 सितम्बर जितिया पर्व के दिन होगा. जिसमें दिन में श्रीकृष्ण लीला और रात में श्रीराम लीला का दिव्य मंचन होगा। कार्यक्रम का उद्घाटन बसांव पीठ के पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री अच्युत प्रपन्नाचार्य जी महाराज एवं श्री राम जानकी मंदिर, सीताराम विवाह स्थल के महंत श्री श्री 1008 श्री राजाराम शरण दास जी महाराज के कर कमलों व आशीर्वचन द्वारा संयुक्त रुप से होगा।
उक्त जानकारी समिति के सचिव बैकुण्ठ नाथ शर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी विजयादशमी महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा. 22 दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में वृंदावन की प्रसिद्ध लीला संस्थान श्री राधा माधव रासलीला एवं रामलीला मंडल के स्वामी श्री सुरेश उपाध्याय ‘व्यास जी’ के निर्देशन में दिव्य मंचन होगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम शुभारंभ के अवसर पर बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री एवं बक्सर जिला प्रभारी मंत्री माननीय नितिन मुकेश जी बातौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे, जबकि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा जी विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने आगे कहा कि इस भव्य आयोजन से न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का प्रदर्शन होगा, बल्कि बक्सर की ऐतिहासिक विरासत को भी सम्मानित किया जाएगा. श्री शर्मा द्वारा जिलेवासियों से महोत्सव के सभी कार्यक्रमों में भाग लेने का आग्रह भी किया गया।
इस मौके पर 22 दिवसीय महोत्सव की विस्तृत जानकारी देते हुए श्री रामलीला समिति के संयुक्त सचिव सह मीडिया प्रभारी हरिशंकर गुप्ता ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत 14 सितम्बर को संध्या 7 बजे गणेश पूजन और शिव-पार्वती विवाह लीला से होगी। इसके बाद 15 सितम्बर को दिन में श्रीकृष्ण जन्म लीला और रात में नारद मोह लीला का मंचन होगा। इसी क्रम में, 16 सितम्बर को नंद महोत्सव, पूतना वध और रात्रि में रावण अत्याचार लीला दिखाई जाएगी। महोत्सव के दौरान, 21 सितम्बर को सीता स्वयंवर और धनुष यज्ञ लीला, 24 सितम्बर को राम वनवास और केवट प्रसंग, 25 सितम्बर को चित्रकूट में भरत मिलन प्रसंग लीला, 26 सितम्बर को सूर्पनखा नासिका भंग, 27 सितम्बर को सीताहरण तथा 28 सितम्बर को सुग्रीव मित्रता, वाली वध लीला का मंचन होगा।
वहीं 29 सितम्बर को लंका दहन, 30 सितम्बर को विभिषण शरणागति, सेतु बांध स्थापना का मंचन दिखाया जायेगा। 01 अक्टूबर को लक्ष्मण शक्ति, कुंभकर्ण वध, और 02 अक्टूबर को 2 बजे दिन से किला मैदान में रावण वध का मंचन एवं कलात्मक आतिशबाजी के साथ रावण और मेघनाथ के विशालकाय पूतले का दहन होगा। 03 अक्टूबर को राजा हरिश्चन्द्र नाटक, 04 अक्टूबर को नगर के जमुना चौक पर भरत मिलाप कार्यक्रम प्रसंग का दिव्य कार्यक्रम होगा। वहीं 05 अक्टूबर को विजयादशमी महोत्सव के अंतिम कार्यक्रम के रूप में नगर के श्री चन्द्र मंदिर पर भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक का कार्यक्रम होगा।





