नारी शक्ति जागरण हेतु विद्या भारती का महाअभियान, कार्यशाला का हुआ आयोजन




न्यूज विज़न। बक्सर
देश के शैक्षणिक, सांस्कृतिक और सामाजिक उत्थान के लिए संकल्पित विद्या भारती संस्थान ने गीता में वर्णित नारी शक्ति के सात गुण कीर्ति, श्री, वाणी, स्मृति, मेधा, धैर्य और क्षमा को जागृत करने के उद्देश्य से एक व्यापक कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम के माध्यम से नारी शक्ति को राष्ट्रनिष्ठ भावी पीढ़ी के निर्माण, परिवार और समाज के प्रति दायित्वों के निर्वहन में जागरूक बनाने का लक्ष्य रखा गया है।









यह अभियान बिहार में 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक तथा राष्ट्रीय स्तर पर विद्या भारती के 15 हजार विद्यालयों में 5 अक्टूबर से 23 जनवरी के बीच चलाया जाएगा। इसी कड़ी में भोजपुर–बक्सर के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और शिक्षिकाओं की उपस्थिति में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।






कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए प्रांतीय प्रमुख उमाशंकर पोद्दार ने कहा कि समाज की हर नारी शक्ति में निहित सात दिव्य गुणों को सुप्तावस्था से जागृत कर उन्हें जीवन के विभिन्न आयामों में प्रभावी भूमिका निभाने हेतु प्रेरित करना इस अभियान का मूल उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि इस पहल से मातृशक्ति में पंच परिवर्तन— कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, स्व-बोध और नागरिक कर्तव्य-बोध का भी विकास होगा। इससे देश के लगभग 350 करोड़ परिवारों की माताओं-बहनों के उत्थान का संदेश समाज में पहुंचेगा।
सप्त शक्ति संगम उत्तर–पूर्व क्षेत्र की संयोजिका डॉ. पूजा कुमारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए विद्या भारती के सभी आचार्य–दीदी जी तन–मन–धन और अनुशासन के साथ जुटें। उन्होंने मातृ संस्था द्वारा विद्या भारती को इस अभियान का दायित्व सौंपे जाने पर गर्व व्यक्त किया और इसे राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
कार्यशाला के दौरान छात्राओं भव्या सिंह और वैष्णवी मिश्रा ने नारी शक्ति की दो महान विभूतियों सावित्रीबाई फुले और सिस्टर निवेदिता के ध्येय वाक्यों की प्रस्तुति दी, जिससे उपस्थित सभी प्रेरित हुए। कार्यशाला की अध्यक्षता सोनवर्षा सरस्वती शिशु मंदिर की प्रधानाचार्या सुलेखा जी ने की। प्रांतीय टीम की सदस्या ममता जी और जिला संयोजिका मीना सिंह ने भी अपने विचार रखते हुए अभियान की प्रासंगिकता और सामाजिक महत्व को रेखांकित किया।
इस अवसर पर भोजपुर विभाग के नव नियुक्त विभाग प्रमुख लाल बाबू यादव, विद्यालय के सचिव डॉ. हनुमान प्रसाद अग्रवाल, प्रधानाचार्य शैलेंद्र कुमार सिंह, समिति के कई सदस्यगण तथा विद्या भारती विद्यालयों के आचार्य–दीदी जी मौजूद रहे। कार्यक्रम में आचार्या सुमन पांडे ने अतिथियों का परिचय कराया। मंच संचालन मंजू तिवारी और विभा राय ने संयुक्त रूप से किया जबकि आभार ज्ञापन विद्यालय की आचार्या रंजू कुमारी ने किया।
इस कार्यशाला में अभियान की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गई और विद्यालयों में होने वाले कार्यक्रमों का पूर्वाभ्यास भी कराया गया। कार्यशाला का समापन नारी शक्ति को जागृत कर समाज के सर्वांगीण विकास की संकल्पना के साथ हुआ।

