नौकरी की चाहत में जूझती रही नेहा, जब टूटा हौसला तो थम गई ज़िंदगी




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के चक्की थाना क्षेत्र अंतर्गत परसिया गांव की नवविवाहिता नेहा कुमारी ने अपने सपनों और संघर्षों को फांसी के फंदे पर टांग दिया। सरकारी नौकरी का सपना देखने वाली इस होनहार बेटी ने ससुराल वालों की उपेक्षा और पति के असहयोग से टूटकर यह आत्मघाती कदम उठा लिया।






फरवरी 2025 में नेहा की शादी सिकरौल थाना क्षेत्र के कंजिया गांव निवासी जयमंगल ठाकुर से हुई थी। जयमंगल एक निजी कंपनी में कार्यरत था और नेहा का सपना था कि वह आत्मनिर्भर बने। इसी दिशा में उसने प्रयास की जिससे उसकी मेहनत रंग लाई और उसका चयन बिहार पुलिस में हो गया। लेकिन नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था। जब उसे अपने जीवन साथी और ससुराल वालों का साथ मिलना चाहिए था, तब उसे तिरस्कार और तानों का सामना करना पड़ा। नौकरी करने की उसकी इच्छा को ससुराल पक्ष ने सिरे से नकार दिया। पति भी उसकी भावना को समझने को तैयार नहीं हुआ।


इन हालातों में नेहा मानसिक रूप से पूरी तरह टूट गई और रविवार को उसका शव घर के कमरे में फंदे से लटका मिला। सूचना मिलते ही सिकरौल थाना प्रभारी रिकेश कुमार मौके पर पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ने पर यह हृदयविदारक दृश्य सामने आया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मायके वालों को सूचित किया।
नेहा के परिजनों ने बताया कि वह शुरू से ही आत्मनिर्भर बनने की इच्छुक थी। उसका सपना था कि वह पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों की सेवा करे। पर किसे पता था कि जिस वर्दी का सपना उसकी आंखों में चमकता था, वही सपना उसकी आंखों की रोशनी छीन लेगा। थाना प्रभारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। फिलहाल, मायके पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है।

