RELIGION

सर्वजनकल्याणार्थ विशेष रुद्र पूजा का भव्य आयोजन सम्पन्न, आर्ट ऑफ लिविंग के तत्वावधान में हुआ वैदिक अनुष्ठान

संयोजन वर्षा पांडेय द्वारा समाज के समग्र कल्याण, आरोग्यता और आध्यात्मिक उत्थान का सशक्त प्रयास

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

बक्सर की पुण्यभूमि पर रविवार को एक दिव्य और अत्यंत प्रभावशाली आध्यात्मिक आयोजन का साक्षी बना, जब बाजार समिति रोड स्थित आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम परिसर में “सर्वजनकल्याणार्थ विशेष रुद्र पूजा” का आयोजन हुआ। यह आयोजन बेंगलुरु से पधारे पूज्य स्वामी जी एवं आचार्यों के पावन सानिध्य एवं वैदिक ब्राह्मणों की मंत्रोच्चार पूर्ण विधि-विधान के साथ सम्पन्न हुआ। पूरे आश्रम परिसर में प्रातःकाल से ही दिव्यता, पवित्रता और शिवत्व की ऊर्जा का गहन अनुभव हर एक साधक के हृदय में स्पष्ट था। पूज्य स्वामीजी एवं वैदिक पंडितों द्वारा सम्पन्न रुद्राभिषेक के दौरान गूंजते ॐ नमः शिवाय और रुद्रम् पाठ की वैदिक ध्वनियाँ वातावरण को शिवमय बना रही थीं। श्रद्धालु जनों ने संकल्प लेकर पूजन में भाग लिया और ध्यान, मौन व आंतरिक समर्पण के माध्यम से इस दिव्यता का सजीव अनुभव किया।

 

आयोजन का उद्देश्य:
बक्सर जिले के सर्ववर्गीय जन ग्रामीण, शहरी, किसान, युवा, महिलाएं, व्यापारी, वरिष्ठ नागरिक सभी के मानसिक, शारीरिक और आत्मिक कल्याण हेतु इस पूजा का आयोजन किया गया। वर्तमान समय की नकारात्मकता, रोग, सामाजिक असंतुलन और मानसिक तनाव की स्थितियों में यह रुद्र पूजा विश्व शांति, रोग निवारण, ऊर्जा जागरण और सामाजिक समरसता हेतु एक सशक्त वैदिक उत्तर के रूप में सामने आई।

 

इस आयोजन की संयोजिका और आर्ट ऑफ लिविंग बक्सर की जिला समन्वयिका श्रीमती वर्षा पांडेय ने कहा कि रुद्र पूजा केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि यह समाज को स्थिरता, शांति और संतुलन देने वाली वैदिक साधना है। यह आयोजन बक्सर के हर नागरिक के कल्याण की भावना से किया गया, ताकि जीवन में मानसिक स्पष्टता, ऊर्जा और सकारात्मकता आए। शिवतत्व के माध्यम से हम अपने भीतर और समाज में संतुलन ला सकते हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग के माध्यम से वेद, साधना, सेवा और ज्ञान को एकीकृत कर समाज को आत्मिक और व्यावहारिक रूप से सशक्त किया जा सकता है। बक्सर जैसे आध्यात्मिक भूमि पर ऐसे आयोजन न केवल परंपरा का निर्वाह करते हैं, बल्कि युवा पीढ़ी को भी अपनी जड़ों से जोड़ते हैं।

आयोजन की शुरुआत प्रातः 7:00 बजे वैदिक संकल्प और रुद्रपाठ से हुई। जहां पूज्य स्वामीजी ने रुद्राभिषेक के माध्यम से उपस्थित सभी जनों के लिए शुभकामनाएं दीं। श्रद्धालुगण ध्यान व मौन साधना में सहभागी रहे, जिससे उन्हें मंत्र ऊर्जा का गहरा अनुभव हुआ। आयोजन के अंत में प्रसाद वितरण, ध्यान-सत्र और सामूहिक मंगलकामना प्रार्थना सम्पन्न हुई। दूर-दराज से भी साधक जन इस आयोजन में सम्मिलित हुए, जिनमें महिलाएँ, युवा समूह, आर्ट ऑफ़ लिविंग, विहिप, आरएसएस, गायत्री परिवार, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि की भागीदारी उल्लेखनीय रही।

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