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कारगिल विजय दिवस पर रोटरी क्लब द्वारा शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि

वीरों की स्मृति को जीवंत रखने के उद्देश्य से कवलदह पार्क परिसर में किया गया पौधरोपण 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

शनिवार को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर बक्सर के कवलदह पार्क स्थित शहीद स्मारक परिसर देशभक्ति के भावों से सराबोर हो गया। जहां रोटरी क्लब के सदस्यों ने कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। भावपूर्ण वातावरण में गूंजते ‘शहीद अमर रहे’ के नारों के साथ उपस्थित जनों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

 

रोटरी क्लब के अध्यक्ष डॉ. दिलशाद आलम ने शहीदों की स्मृति को प्रणाम करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में जिन्होंने अपने प्राण मातृभूमि पर न्योछावर कर दिए, वे हमारे असली नायक हैं। उनका बलिदान हमें सदैव प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि यह दिवस सिर्फ विजय का प्रतीक नहीं, बल्कि उन शूरवीरों की अमर गाथा है जिन्होंने दुश्मनों को मात देकर देश की आन-बान-शान की रक्षा की। रोटरी सचिव एस.एम. साहिल ने कहा, आज का दिन हमारे लिए गर्व का दिन है, लेकिन यह उन परिवारों के लिए भावुक कर देने वाला पल होता है जिन्होंने अपनों को देश के लिए खोया।

 

रोटरी के वरिष्ठ सदस्य निर्मल कु सिंह ने कहा कि कारगिल विजय दिवस महज एक तारीख नहीं, बल्कि यह हर उस भारतीय के हृदय में बसने वाला दिन है जो देशभक्ति को महसूस करता है। राजेश केशरी ने सभी देशवासियों को विजय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें शहीदों के बलिदान को याद कर अपने कर्तव्यों को निभाने की प्रेरणा लेनी चाहिए। वहीं दीपक अग्रवाल ने कहा कि आज का दिन वीरों की शौर्य गाथा सुनाता है। उनके अदम्य साहस और बलिदान के बिना यह विजय संभव नहीं थी। हम सबका सिर उनके आगे श्रद्धा से झुक जाता है।

इस मौके पर प्रोजेक्ट चेयर गोपाल केशरी, सुनील कुमार, परशुराम वर्मा, मनोज वर्मा, मंजेश केशरी, रामाशंकर सिंह, अनिल केशरी, शिवाधर तिवारी, प्रभुनाथ प्रसाद, रोट्रैक्ट से सोनू वर्मा, सुजीत गुप्ता, प्रिंस जयसवाल, राज गुप्ता, मुमताज हुसैन, अरविंद वर्मा, और मनीष उपाध्याय सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे। श्रद्धांजलि सभा के बाद, पर्यावरण को संरक्षित करने की प्रेरणा लेते हुए पार्क परिसर में पौधरोपण भी किया गया। यह पहल न केवल हरियाली के प्रति जागरूकता का संदेश था, बल्कि उन वीरों की स्मृति को जीवंत रखने का प्रयास भी था, जिन्होंने अपने जीवन से देश को सींचा।

कारगिल विजय दिवस एक ऐसा दिन है जो सिर्फ सैन्य पराक्रम की गाथा नहीं कहता, बल्कि यह बताता है कि भारत मां के सपूत किस तरह हर चुनौतियों के आगे डटकर खड़े रहे और अपने लहू से तिरंगे को और भी शान बख्शी। ऐसे वीरों को बक्सर वासियों की ओर से शत-शत नमन।

 

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