24 लाख की इलेक्ट्रिक कार बनी मुसीबत! बार-बार बीच रास्ते में बंद हो रही टाटा कर्व
परेशान उपभोक्ता पहुंचे उपभोक्ता फोरम




न्यूज विज़न। बक्सर
सरकार एक ओर जहां पर्यावरण संरक्षण के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है, वहीं दूसरी ओर वाहन कंपनियों की तकनीकी खामियां उपभोक्ताओं को भारी परेशानी में डाल रही हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला बक्सर जिले से सामने आया है, जहां खीरी गांव निवासी विश्वामित्र शर्मा ने 24 लाख रुपये की टाटा इलेक्ट्रिक कर्व खरीदने के बाद लगातार तकनीकी समस्याओं से जूझने के बाद अब उपभोक्ता आयोग का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है।






एक दर्जन बार रास्ते में बंद हुई कार
विश्वामित्र शर्मा ने 6 सितंबर 2024 को टाटा मोटर्स की एक इलेक्ट्रिक कार कर्व खरीदी थी। लेकिन उनका कहना है कि यह गाड़ी अब तक लगभग एक दर्जन बार बीच सड़क पर बंद हो चुकी है। हर बार कंपनी की टीम कार को ले जाकर मरम्मत कर लौटाती है, लेकिन समस्या जस की तस बनी रहती है।


रात में पत्नी-बच्चों संग फंसे, दोस्त ने किया रेस्क्यू
गुरुवार की रात शर्मा अपनी पत्नी और बच्चों के साथ आरा के एक अस्पताल जा रहे थे, तभी दलसागर टोल प्लाजा के पास गाड़ी बंद हो गई और दोबारा स्टार्ट नहीं हुई। मजबूरन उन्हें रात 2 बजे पटना में रहने वाले अपने मित्र को बुलाना पड़ा, जिन्होंने आकर परिवार को गंतव्य तक पहुंचाया।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
शर्मा ने बताया कि इससे पहले हरिद्वार और प्रयागराज की यात्राओं में भी उन्हें इस गाड़ी ने निराश किया था। आखिरकार उन्होंने अब गाड़ी कंपनी को वापस लौटा दी है और उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कंपनी का जवाब—”कारण स्पष्ट नहीं”
इस मामले पर टाटा मोटर्स के अधिकारी रितेश रंजन ने कहा कि, “हर बार वाहन में अलग-अलग प्रकार की तकनीकी खराबियां आई हैं, जिनका कारण स्पष्ट नहीं है।” उन्होंने बताया कि वाहन को दोबारा जांच के लिए मंगवाया गया है और वाहन बदलने की प्रक्रिया पर सेल्स टीम विचार कर रही है।
उपभोक्ता की चेतावनी—“अब लंबी लड़ाई लड़ूंगा”
शर्मा का कहना है कि अगर उपभोक्ता आयोग से भी न्याय नहीं मिला, तो मैं लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार हूं। मेरा मकसद सिर्फ इतना है कि भविष्य में कोई और उपभोक्ता इस तरह की परेशानी का शिकार न हो।
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