सदर अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन बना मौत का टीका!
मासूम बच्ची की मौत के बाद हंगामा, डीएसपी समेत 8 थानों की पुलिस पहुंची सदर अस्पताल




न्यूज़ विज़न। बक्सर
सदर अस्पताल में मंगलवार को एक सनसनीखेज़ हादसा हो गया। एंटी रेबीज इंजेक्शन लगते ही 7 साल की मासूम बच्ची की मौत हो गई। घटना के बाद अस्पताल परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा हुआ। हालात इतने बेकाबू हो गए कि एक नहीं, पूरे आठ थानों की पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा।






प्राप्त जानकारी के अनुसार बरुना बिठ्ठलपुर गांव के दीपक यादव की 7 वर्षीय बेटी साजल कुमारी दोपहर करीब 2 बजे घर के बाहर खेल रही थी, तभी एक कुत्ते ने उसे काट लिया। घबराए परिजन तुरंत उसे सदर अस्पताल ले आए। इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर ने जांच के बाद इंजेक्शन लगाने का निर्देश दिया। पहले इंजेक्शन के बाद सब ठीक था, लेकिन जब उसे एंटी रेबीज का इंजेक्शन दिया गया तो बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी। उसने पानी मांगा… और देखते ही देखते उसने दम तोड़ दिया। मासूम का यूं तड़पकर जाना देखकर परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बवाल काट दिया।

अस्पताल में अफ़रा-तफ़री, पुलिस के पसीने छूटे
मामले की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रबंधन ने नगर थाना को सूचना दी। थोड़ी ही देर में नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार के साथ डीएसपी गौरव पांडेय और आठ थानों की पुलिस फोर्स भारी संख्या में अस्पताल पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाने-बुझाने की पूरी कोशिश की, मगर ग़ुस्साए परिजन सिविल सर्जन को मौके पर बुलाने और दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। डीएसपी गौरव पांडेय ने भीड़ से कहा कि अगर डॉक्टरों की लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों की मांग: दोषियों पर हो कार्रवाई
हंगामे को शांत कराने के लिए नगर, राजपुर, धनसोई, औद्योगिक, मुफस्सिल, इटाढ़ी, महिला थाना और अनुसूचित जाति/जनजाति थाना के प्रभारी सदर अस्पताल पहुंच गए। घंटों की मशक्कत के बाद हालात काबू में आए। ग़ुस्साए परिजन साफ़ बोले कि मासूम की मौत की ज़िम्मेदारी डॉक्टरों की लापरवाही है। उन्होंने सिविल सर्जन को मौके पर बुलाकर जवाब देने की मांग की।
वीडियो देखें :

