गरीबों के घर रोशनी, बेटियों को गरिमा और युवाओं को अवसर, यही है नीतीश कुमार का सुशासन मॉडल : जदयू




न्यूज़ विज़न। बक्सर
रविवार को जिला जदयू द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया जिसमे प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा एवं बक्सर जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने संयुक्त रुप से संबोधित किया। प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से हाल ही में बिहार वासियों के लिए गए 125 यूनिट तक बिना शुल्क के बिजली, साल 2025 से 2030 तक 1 करोड़ युवाओं को नौकरी, सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि को 400 से बढ़ाकर 1100 रुपए एवं हर पंचायत में मुख्यमंत्री कन्या मंडप विवाह योजना के निर्माण को लेकर खास चर्चा की गई।






मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अगस्त 2025 से 125 यूनिट तक निःशुल्क बिजली देने का जो ऐतिहासिक निर्णय लिया है, वह सिर्फ घोषणा नहीं, बल्कि जन-आस्था और सेवा की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह योजना राज्य के 1 करोड़ 67 लाख घरेलू उपभोक्ताओं के जीवन में प्रत्यक्ष राहत और सम्मान लेकर आएगी। आज जो गांव रोशन हैं, वो कभी अंधेरे में डूबा रहा करते थे। जब बिहार-झारखंड एक था, तब गांवों तक बिजली पहुंचने की कोई कल्पना तक नहीं करता था। आज वही बिहार शहरी क्षेत्रों में औसतन 23.6 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 21-22 घंटे बिजली दे रहा है। वर्षों पहले कहा था कि जब तक बिहार में बिजली की स्थिति नहीं सुधरेगी, वो दोबारा वोट नहीं मांगेंगे। यही होती है विकासोन्मुखी राजनीति, जहाँ वादा सिर्फ बोला नहीं, निभाया जाता है। बिजली उत्पादन की सीमाओं के बावजूद बिहार सरकार ने महंगी बिजली खरीदकर भी जनता तक आपूर्ति सुनिश्चित की है। सात निश्चय योजना के पहले चरण में हर घर तक बिजली पहुंचाई गई और अब दूसरे चरण में हर खेत तक बिजली और पानी की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ा जा रहा है। इसके साथ ही राज्य सरकार 56 लाख गरीब परिवारों को मुफ्त सोलर पैनल और अन्य उपभोक्ताओं को सब्सिडी आधारित सहायता देकर ऊर्जा आत्मनिर्भरता की नई इबारत लिख रही है।

अंजुम आरा ने कहा कि तेजस्वी यादव जब यह कहते हैं कि सरकार ने यह निर्णय उनके दबाव में लिया है, तो उन्हें याद दिलाना आवश्यक हो जाता है कि उनके 2020 के प्रण-पत्र में कहीं भी मुफ्त बिजली का वादा नहीं किया गया था। सिर्फ बिजली दरों में कटौती की बात थी। आज जब योजना लागू हो रही है, तो क्रेडिट के लिए होड़ क्यों? तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जिनके माता-पिता के शासन में बिजली नहीं, अंधेरा राज करता था, वो आज बिजली योजना पर सवाल उठा रहे हैं? यही नहीं, तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले को भी इस योजना का लाभ मिला है, फिर भी वे आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की उपलब्धियां सिर्फ बिजली तक सीमित नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने आगामी पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का संकल्प लिया है, जो पूरी प्रशासनिक तैयारी के साथ जमीन पर उतारा जाएगा। सात निश्चय योजना के तहत अब तक 10 लाख से अधिक सरकारी नौकरियों और 39 लाख रोजगार का सृजन किया जा चुका है। यह वही बिहार है जहां लालू-राबड़ी शासनकाल में 15 वर्षों में महज 19 हजार से कुछ अधिक सरकारी नौकरियां दी गईं। उस दौर में नौकरी के लिए योग्यताएं नहीं, जोड़-तोड़ और जमीन की रजिस्ट्री चलती थी। वहीं आज नीतीश कुमार की सरकार में पारदर्शिता के साथ नौकरी दी जा रही है- न जमीन मांगी जा रही है, न संपत्ति ही लिखवाई जा रही है।
तेजस्वी यादव जब ‘10 लाख नौकरी’ के वादे के साथ सत्ता में आए थे, तो कुछ नहीं किया। महागठबंधन के दौरान वादा भुला दिया गया, और जो थोड़ी-बहुत नियुक्ति हुईं, वे केवल मीडिया और फोटोशूट तक सीमित थीं। इसके विपरीत नीतीश सरकार ने सरकारी, निजी, औद्योगिक और स्टार्टअप क्षेत्र में युवाओं को वास्तविक अवसर देने का कार्य किया है। सामाजिक संवेदनशीलता की बात करें तो मुख्यमंत्री कन्या विवाह मंडप योजना नीतीश कुमार की उसी सोच को दर्शाती है जो अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के जीवन को गरिमा देना चाहती है। यह योजना दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग की बेटियों के विवाह को ससम्मान और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए एक सशक्त पहल है। जहां पहले आर्थिक अभाव के कारण बेटियों की शादी एक चिंता थी, वहीं अब राज्य सरकार विवाह भवन, आर्थिक सहायता और जीविका दीदियों के संचालन के माध्यम से इन परिवारों को सम्मानजनक विकल्प दे रही है।
उन्होंने कहा बेटियों के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, गरीबों के लिए मुफ्त सोलर पैनल, युवाओं के लिए एक करोड़ रोजगार और हर घर को रोशनी, ये सब मिलकर नीतीश कुमार के सुशासन की परिभाषा गढ़ते हैं। वहीं आरजेडी के पास अब भी न तो नीति है, न नीयत और ना ही कोई दूरदर्शी सोच। उनके शासनकाल में न बिजली थी, न रोजगार, और न बेटियों की गरिमा के लिए कोई नीति। प्रेसवार्ता के दौरान पार्टी के जिला प्रवक्ता कुमार जैनेंद्र उर्फ संतोष चौधरी, पार्टी के नेता संजय सिंह राजनेता, रविराज, आजाद सिंह राठौड़, सोहराब कुरैशी, धर्मेंद्र ठाकुर, भोला यादव, दुर्गावती देवी, रमेश पासवान, अक्षयवर शर्मा, बृजेश यादव, रमेश पासवान सहित अन्य नेतागण उपस्थित रहे।

