अर्जुन यादव की हत्या मामले में आठ पर एफआईआर, ठीकेदारी विवाद में की गयी है हत्या




न्यूज़ विज़न। बक्सर
चौसा पावर प्लांट गेट पर सोमवार को दोपहर में हुए अर्जुन यादव के हत्या मामले में बुधवार को अर्जुन यादव के भाई करण कुमार ने मुफस्सिल थाना में एफआईआर दर्ज कराया है। दर्ज एफआईआर में कुल आठ लोगों का नाम शामिल है।







थाने में दर्ज एफआईआर में करण कुमार ने कहा है कि 26 मई को लगभग दोपहर 11.15 बजे मेरा भाई अपनी महिंद्रा की काली रंग की थार गाड़ी से चौसा पावर प्लांट के अधिकारी एलएनटी आरसीएम से मिलने जा रहा था। प्लांट के पास एक मोड़ के थोड़ा आगे, चंदन चौरसिया की दुकान के सामने मैंने गाड़ी खड़ी कर पानी की बोतल खरीदी। जैसे ही मैं गाड़ी के दाहिने तरफ पहुँचा, उसी समय एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात व्यक्ति आए और मेरी गाड़ी के पास रुककर अचानक जानलेवा हमला करते हुए फायरिंग करने लगे। इस फायरिंग में मेरे भाई अर्जुन यादव को तीन गोलियां लगीं एक पीछे सिर में, एक बाएं कंधे के पास, तथा एक दाहिने जबड़े के पीछे। गोली लगने के बाद मेरा भाई अर्जुन वहीं गिर पड़ा। हमलावर उसे मृत समझ कर पूर्व दिशा की ओर भाग निकले। हम तुरंत अर्जुन को लेकर सदर अस्पताल बक्सर पहुँचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें ट्रामा सेंटर, बनारस रेफर कर दिया गया। दुर्भाग्यवश, इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में ही मेरे भाई की मृत्यु हो गई।

करण ने कहा है कि मेरा भाई चौसा पावर प्लांट में ठेकेदारी का कार्य करता था, और उसी क्षेत्र में कार्य करने वाले कुछ लोगों के साथ उसकी प्रतिद्वंद्विता थी। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस हत्या को योजनाबद्ध तरीके से निम्नलिखित व्यक्तियों द्वारा कराया गया है। हत्या का अंजाम देनेवालों में मनोरंजन पांडे उर्फ राजा पांडे, पिता स्व. श्रीमन नारायण पांडे, अमित तिवारी, पिता महेश तिवारी, धर्मेंद्र तिवारी, पिता करिया तिवारी, हरिओम तिवारी, पिता गुड्डू उर्फ सुनील तिवारी, गुड्डू तिवारी उर्फ सुनील तिवारी, पिता नरेंद्र तिवारी, नरेंद्र तिवारी, पिता नामालूम है, ओम पांडे, पिता ढोढ़ा पांडे, मुन्ना तिवारी, पिता केशव तिवारी सभी अभियुक्त ग्राम बनारपुर, थाना मुफस्सिल के निवासी हैं। पूर्व में भी उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा मेरे भाई को जान से मारने की धमकी दी जा चुकी थी।

