सोशल एक्टिविस्ट वर्षा पाण्डेय द्वारा लिट्टी चोखा मैत्री भोज आयोजित




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर लिट्टी चोखा पर्व का दिन जिले के लिए खास महत्व रखता है, क्योंकि पंचकोसी मेला का अंतिम पड़ाव पावन स्थल विश्वामित्र आश्रम, बक्सर में संपन्न हो रहा है। यह वही पवित्र स्थान है जहाँ प्रभु श्रीराम और उनके भाई लक्ष्मण ने लिट्टी चोखा का प्रसाद ग्रहण किया था। इस घटना के साथ ही यह परंपरा आरंभ हुई, जो आज भी जिले के हर परिवार में हर्षोल्लास के साथ निभाई जाती है। इस विशेष अवसर पर जिले के सभी परिवार लिट्टी चोखा बनाकर इस सांस्कृतिक परंपरा का पालन कर रहे हैं, इस अवसर पर सोशल एक्टिविस्ट वर्षा पाण्डेय द्वारा लिट्टी चोखा का मैत्री भोज का आयोजन किया जिसमें बक्सर के गणमान्य लोगों ने उपस्थित होकर प्रसाद ग्रहण किया।









धरोहर के संरक्षण का संकल्प : वर्षा पाण्डेय
हालांकि यह खेदजनक है कि बक्सर में न तो महर्षि विश्वामित्र का कोई आश्रम शेष है और न ही उनकी कोई प्रतिमा। इस महत्वपूर्ण धरोहर की उपेक्षा हमारी सांस्कृतिक पहचान के लिए गंभीर चुनौती है। इस अवसर पर हम यह संकल्प लेते हैं कि बक्सर के सभी ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का पुनरुद्धार किया जाएगा। इन स्थलों को विश्व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जाएगा, जिससे न केवल जिले का गौरव बढ़ेगा बल्कि आर्थिक समृद्धि के नए अवसर भी सृजित होंगे।






कार्यक्रम में दीपक पांडेय, श्रवण तिवारी, सत्येंद्र उपाध्याय, शशि कुमार गुप्ता उर्फ़ डब्बू जी, प्रकाश पांडेय, कृष्ण बिहारी चौबे, कामेश्वर पांडेय समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।
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