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क्रिएटिव हिस्ट्री के 12 वें सर्जनात्मक इतिहास वार्षिक सम्मेलन में कुमार नयन स्मृति ग्रामीण इतिहास का हुआ व्याख्यान 

मेरठ क्षेत्र के पूठी गाँव में हुआ 12 वां सर्जनात्मक इतिहास वार्षिक सम्मलेन

न्यूज़ विज़न।  मेरठ 

“मेरठ इतिहास की धरती है। 1857 में यह क्षेत्र अंग्रेजी राज के खिलाफ संघर्ष का एक बड़ा केंद्र था जिसका नेतृत्व किया था राव कदम सिंह गुर्जर ने। किसी भी राष्ट्र का पूरा इतिहास सिर्फ अभिलेखगारों में बैठकर नहीं लिखा जा सकता है। उसके लिए जनता के बीच जाना ज़रूरी है। बिना उनकी स्मृतियों के इतिहास लेखन पूरा नहीं हो सकता है। ये बातें मेरठ क्षेत्र के पूठी गाँव के जय किसान इंटर कॉलेज में आयोजित क्रिएटिव हिस्ट्री के 12 वें सर्जनात्मक इतिहास वार्षिक सम्मलेन 2024 में उभरकर आयी। कार्यक्रम में क्रिएटिव हिस्ट्री द्वारा प्रकाशित इतिहास समाचार के अक्टूबर 2024 अंक का लोकार्पण अतिथियों ने किया।

 

सम्मलेन में  इतिहासकार सुशील भाटी ने 22वां कुंवर सिंह स्मृति व्याख्यान, ए. के. गाँधी ने 12 वां रामायण चौबे स्मृति लोक व्याख्यान और सुधीर मावी ने पंचवां कुमार नयन स्मृति ग्रामीण इतिहास व्याख्यान दिया एवं अध्यक्षता किया इतिहासकार एस एन आर रिज़वी ने। इतिहासकार रश्मि चौधरी ने व्याख्यान प्रसंग पर चर्चा की और चर्चित लेखक देवेंद्र चौबे ने ग्रामीण इतिहास के महत्व का उल्लेख किया।

क्रिएटिव हिस्ट्री के सचिव एवं 1857 के सेनानी मंगल पाण्डेय के परिवार की वर्तमान पीढ़ी के आशीष कुमार पाण्डेय ने बताया कि मेरठ में शुरू हुआ यह ऐतिहासिक कार्यक्रम भारतीय इतिहास क़ो समझने में भी मदद करेगा। कार्यक्रम में भाग लेनेवाले इतिहासकार-लेखक-अध्ये ता में शामिल थे, एस एन आर रिज़वी, रश्मि चौधरी, सुधीर मावी, ए के गाँधी, अशोक चौधरी, सुशील भाटी, देवेंद्र चौबे, मनोज नागर, प्रिंस प्रधान, मनोज रावल, पूनम कुदेसिया, अजय कुमार यादव, प्रियंका कुमारी, आशीष कुमार पाण्डेय आदि। इस अवसर पर 1857 पर केंद्रित कविताओं का पाठ किया पूनम कुदेसिया, धीरेश तिवारी, अभिषेक पाण्डेय, दिव्य प्रकाश और पुष्प राज ने।

कार्यक्रम में ग्रामीण विद्यार्थियों क़ो मिली वार्षिक छात्रवृत्ति

कार्यक्रम के आरम्भ में जय किसान इंटर कॉलेज, पूठी के मेधावी विद्यार्थी महिमा क़ो तीसरा मोनाको देवी स्मृति वार्षिक छात्रवृत्ति और तुषार शर्मा क़ो दूसरा नन्द किशोर चौधरी छात्रवृत्ति प्रदान किया गया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए युवा अध्येता अजय यादव ने कहा कि “पूठी गाँव के ग्रामीण बुद्धिजीवियों ने ग्रामीण इतिहास की एक नई तस्वीर रखी हैं जो महत्वपूर्ण है।”
(रिपोर्ट : प्रियंका कुमारी)

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