अल्पावास गृह के अधिकारियों व कर्मियों की मेहनत रंग लाई, भटकी हुयी महिला को परिजनों से मिलाया




न्यूज़ विज़न। बक्सर
पति की मौत के बाद परिजनों से परेशान होकर घर से भागकर इधर उधर जीवन बसर कर रही महिला को अल्पावास गृह के केंद्र प्रशासक सह सचिव बंटी देवी व परामर्शी प्रियंका कुमारी, प्रशिक्षण सह पुनर्वास पदाधिकारी कुमारी साधना व मोनालिसा प्रशिक्षण केंद्र के सचिव विनोद कुमार की मेहनत रंग लाई। और सभी के अथक प्रयास के चलते मिर्जापुर जिले के बगहा गांव से भटकी हुयी महिला को रविवार को उनके परिजनों को सौंप दिया गया।








महिला अल्पावास गृह के केंद्र प्रशासक बंटी देवी ने बताया कि उक्त महिला कुछ दिनों से डुमरांव रेलवे स्टेशन पर अपना गुजर बसर कर रही थी इसी बीच बीते 12 अगस्त 2024 को स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर बच्चे को छोड़ कुछ खरीदने गयी थी इसी बीच बच्चा रेल पटरी पर आ गया था। और ट्रेन आनेवाली ही थी की डुमरांव के एक पत्रकार ने देख लिया और बच्चे को बचा लिया जिसके बाद महिला को सुपुर्द किया। पूछ्ताछ के बाद पता चला की महिला बहुत दिनों से स्टेशन पर रह रही है तभी उक्त व्यक्ति ने 112 को डायल कर पूरी जानकारी दी जिसके बाद 112 की टीम ने पहुंच उसे अल्पावास गृह लाया जहां महिला की मेडिकल कराने से लेकर अन्य प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे महिला अल्पावास गृह में आश्रय दिलाया गया। यहां पर महिला के आने के बाद उसके परिजन से मिलाने की हर कोशिश शुरू कर दी गई।
परामर्शिय ने लगातार काउंसलिंग कर उसका पता जानने में सफलता पाई। उक्त महिला सिर्फ अपने गॉव का नाम बगहा गांव बता रही थी। जिसपर परामर्शी प्रियंका कुमारी द्वारा गूगल से गॉव का पता लगाया जो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिला में पड़ता है वहां के एसपी, सरपंच पारस व चुनार थाने के दरोगा विनय कुमार का बेहतर सहयोग प्राप्त हुआ। जिसके बाद रविवार को उक्त महिला को उसके बड़े बेटा अंशु कुमार व अन्य परिजनों को सौंपा गया। और मोनालिसा प्रशिक्षण केंद्र के सचिव बिनोद कुमार द्वारा उनके परिजनों को भाड़ा आदि देकर महिला अल्पावास गृह से मिर्जापुर के लिए रवाना किया गया।




