600 करोड़ का धमाका! बक्सर के एक गरीब हलवाई को रातोंरात बना दिया ‘खाता-कुबेर’, गांव में मचा हड़कंप
पुलिस, साइबर सेल, बैंक सब हुआ अलर्ट!


न्यूज़ विज़न। बक्सर
बक्सर जिले के तिलक राय के हाता थाना क्षेत्र के बड़का राजपुर गांव में शनिवार की सुबह वह हुआ, जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। एक साधारण हलवाई, जिसकी जेब में कभी 200 रुपये भी सोच-समझकर निकलते थे… उसके बैंक खाते में एक झटके में पूरे 600 करोड़ रुपये पहुंच गए! गांव की मिट्टी पर मानो किसी ने अचानक नोटों का ज्वालामुखी फोड़ दिया हो।
हलवाई जितेंद्र साह, जो दिनभर दुकान पर मिठाई तलते हैं और शादी-विवाह में कराही चढ़ाते हैं, शनिवार सुबह अपनी टूटी बाइक ठीक कराने के लिए गांव के फिनो बैंक सीएसपी पहुंचे थे। जेब में उम्मीद थी कि खाते से 200 रुपये निकालकर बाइक बनवा लेंगे। लेकिन जैसे ही सीएसपी संचालक ने बैलेंस चेक किया, स्क्रीन पर जो आंकड़ा उभरा, उसने दोनों की धड़कनें रोक दीं : ₹600,00,00,478.20 — यानी पूरे 600 करोड़ रुपये! पहले तो सबको लगा यह कोई सिस्टम की गलती है, लेकिन जब लगातार 3–4 बार रीफ्रेश करने के बाद भी रकम नहीं बदली, तब सीएसपी और जितेंद्र दोनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में खाते को फ्रीज कराया गया, लेकिन गांव में तब तक यह खबर तूफान की तरह फैल चुकी थी।
गांव में भगदड़ जैसी स्थिति — मोबाइल पर मैसेज देखने उमड़ी भीड़, चौपाल से खेत तक एक ही चर्चा :
बड़का राजपुर में पिछले 24 घंटे से सिर्फ एक ही चर्चा है जितेंद्र साह के खाते में उतरे 600 करोड़ कहां से आए? राह चलते लोग, खेत में काम करने वाले किसान, चौपाल पर बैठे बुजुर्ग, सब बस एक ही बात पर माथापच्ची कर रहे हैं। कई लोग तो इसे “ईश्वर का चमत्कार”, “अचानक लगी लॉटरी” जैसी बातें कह रहे हैं। इतना पैसा देखकर पैर कांपने लगे… लगा कहीं कोई मुसीबत न आ जाए, इसलिए पुलिस को बता दिया।
पुलिस भी दंग — साइबर सेल को सौंपा मामला, बैंक से रिपोर्ट तलब, कहीं हवाला का खेल या मनी-लॉन्ड्रिंग का बड़ा जाल तो नहीं?
थानाध्यक्ष पूजा कुमारी भी इस मामले को सुनकर स्तब्ध रह गईं। शुरू में उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि एक गरीब हलवाई के खाते में इतनी विशाल राशि आ सकती है। लेकिन बैंक एंट्री और मैसेज सत्यापित होने के बाद मामला तुरंत साइबर थाना को भेज दिया गया। अब पुलिस कई एंगल से जांच में जुटी है:
* बैंक की मानवीय भूल?
इतनी बड़ी रकम की गलती होना लगभग असंभव, लेकिन जांच जारी।
* किसी अपराधी गिरोह का ‘डमी अकाउंट’?
कई बार हवाला या मनी-लॉन्ड्रिंग नेटवर्क बड़ी रकम ग्रामीण खातों में घुमाते हैं।
* साइबर फ्रॉड या तकनीकी हैकिंग?
फिनो बैंक से ट्रांसफर का स्रोत, IP एड्रेस, सर्वर लॉग, भेजने वाले का खाता सब खंगाला जा रहा है। साइबर पुलिस ने जितेंद्र को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी अनजान कॉल, लिंक या ऑफर से दूर रहें, क्योंकि ऐसी स्थितियों में ठग सक्रिय हो जाते हैं।
अब सबकी निगाहें एक ही बात पर : क्या यह ‘सिस्टम की गलती’ है या किसी बड़े खेल की शुरुआत?
600 करोड़ की यह रहस्यमयी एंट्री पूरे जिले के लिए इस साल की सबसे बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ बन गई है। लोग हवाला, मनी-लॉन्ड्रिंग, बैंकिंग एरर, अंतर्राष्ट्रीय साइबर ट्रांसफर हर संभावना पर बहस कर रहे हैं। जितेंद्र साह के खाते में आए 600 करोड़ ने गांव में उत्सुकता, सनसनी और डर, तीनों भावों को चरम पर पहुंचा दिया है। अब सबकी नजर साइबर पुलिस की रिपोर्ट पर टिकी है, जो यह तय करेगी कि यह ‘खुशनसीबी की गलती’ थी या किसी बड़े अंडरग्राउंड नेटवर्क का गंदा खेल।





