अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी संघ द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती मनाई गई
डीएम ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कहा की संघर्षों से भरा था बाबा साहब का जीवन




न्यूज़ विज़न। बक्सर
अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी संघ जिला इकाई द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती मनाई गई। जयंती समारोह का शुभारम्भ किला मैदान से 6:30 बजे प्रभात प्रभात फेरी निकाल नगर भ्रमण करते हुए 9:00 बजे शहर के अंबेडकर चौक डॉक्टर भीमराव अंबेडकर प्रतिमा स्थल पहुंचा। जहां डीएम अंशुल अग्रवाल एवं अन्य पदाधिकारी गण द्वारा बाबा साहेब के प्रतिमा के समक्ष कैंडल जलाकर एवं प्रतिमा पर माल्यार्पण का याद किया गया।













माल्यार्पण के पश्चात डीएम ने सम्बोधित करते हुए कहा की बाबा साहब का जीवन संघर्षो से भरा हुआ था वो संविधान निर्माता के साथ प्रेरणा श्रोत भी थे। बक्सर जिले के युवाओं को उनके संघर्ष भरे जीवन को अपना आदर्श बनाना चाहिए। जिलाधिकारी द्वारा माल्यार्पण कार्यक्रम के पश्चात अनुसूचित जाति जनजाति संघ के अध्यक्ष, सचिव एवं सदस्यों के द्वारा माल्यार्पण किया गया। माल्यार्पण का कार्य भूतपूर्व अध्यक्षों द्वारा भी किया गया। मौके पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन ललिता जियुत सेवानिवृत्ति प्रधानाध्यापिका द्वारा किया गया। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता भूमि उप समाहर्ता सुधीर कुमार ने किया और मंच संचालन महेंद्र राम एवं रमेश चंद्र द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। संघ द्वारा बिहार बोर्ड में जिला स्तर पर प्रथम स्थान और राज्य में सातवां स्थान प्राप्त करने वाले सत्यम शिवांग को शॉल, प्रशस्ति पत्र एवं बाबा साहब के चित्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉक्टर राजू मोची प्राचार्य डी.के. कॉलेज डुमराव, विशिष्ट अतिथि जनार्दन राम, सेवानिवृत्ति प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, श्रीनिवास राम, राम बच्चन बौद्ध, हीरालाल जी, रमेश चंद्र राम, कुलश्रेष्ठ चौधरी, डेनियल कुमार, राम नरेश राम, अरुण कुमार, अजय, शारदा बौद्ध, सुशीला देवी, बब्बन राम, जगजीवन मस्ताना, दीपांकर कुमार, ऑडीमानंद ने बाबा साहब के जीवन संघर्ष एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालें तत्पश्चात संगठन की मजबूती के लिए काम करने हेतु सामूहिक रूप से संकल्प लिया गया।

