ACCIDENT

बलिया में भोजपुर के 13 वर्षीय किशोर और 20 वर्षीय युवती को  डंफर ने कुचला, हुयी मौत

दशहरा का मेला मेला घूम लौटते समय हुआ बैरिया में हुआ हादसा 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 
दशहरा के मौके पर जहां एक ओर चारों तरफ खुशियों का माहौल था, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया थाना क्षेत्र में बुधवार की दोपहर एक दर्दनाक हादसे ने दो परिवारों की खुशियां छीन लीं।

 

जानकारी के मुताबिक, बिहार के भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के खवासपुर गांव निवासी 13 वर्षीय रितिक यादव, पुत्र सुरेश यादव, अपनी मौसेरी बहन 20 वर्षीय निशा यादव, पुत्री देवचरण यादव निवासी – फकरू टोला के साथ बाइक से रेवती दशहरा मेला देखने गया था जहां से मेला देखकर घर लौट रहे थे। इसी दौरान बैरिया दलित बस्ती के सामने तेज रफ्तार डंफर ने बाइक को रौंद दिया। हादसे में रितिक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल निशा को सीएचसी सोनबरसा से जिला अस्पताल बलिया रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

 

भाग खड़ा हुआ डंफर चालक, ग्रामीणों ने किया हंगामा

हादसे के बाद चालक डंफर छोड़कर मौके से फरार हो गया। गुस्साए ग्रामीणों ने डंफर को घेरकर पत्थरबाजी कर दी, जिससे वाहन के शीशे चटक गए। देखते ही देखते स्थिति तनावपूर्ण हो गई और ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 31 को जाम कर दिया। करीब चार घंटे तक जाम लगा रहा, जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन से मांग की कि मृतकों के परिजनों को तत्काल एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए और डंफर मालिक को मौके पर बुलाया जाए। मृतका निशा के पिता ने बताया कि इसी नवंबर माह में उसकी शादी तय थी। परिजनों ने रोते-बिलखते बताया कि निशा बीए पास कर चुकी थी, जबकि रितिक आठवीं का छात्र था और दो भाइयों में बड़ा था।

जाम खुलवाने के लिए पहुंचे अधिकारी और जनप्रतिनिधि

घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर सीओ मोहम्मद फहीम कुरैशी, एसडीएम आलोक प्रताप सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक कृपा शंकर समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। हालात संभालने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। मौके पर बैरिया विधायक जयप्रकाश अंचल, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह और नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि मंटन वर्मा भी पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण मुआवजे और कानूनी कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।

नो-एंट्री को लेकर उठा सवाल

ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि हर साल दशहरा मेले के दौरान बैरिया में भारी वाहनों के लिए नो-एंट्री लगाई जाती है, लेकिन इस बार प्रशासन की लापरवाही के कारण यह दर्दनाक हादसा हुआ। आखिरकार प्रशासन ने परिजनों को लिखित आश्वासन दिया कि गुरुवार को डंफर मालिक और ड्राइवर को थाने बुलाकर मुआवजे की व्यवस्था की जाएगी और कानूनी कार्रवाई भी होगी। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम समाप्त किया।

 

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