हलफनामा: भाजपा, राजद, बसपा से लेकर निर्दलीय ददन तक दागदार, आईपीएस आनंद पाक-साफ
मिथिलेश व सुधाकर पर 420 का मामला भी, बसपा के अनिल पर पटना में केस, एनकाउंटर स्पेशलिस्ट आनंद मिश्र पर कोई केस नहीं




बक्सर लोकसभा क्षेत्र में सातवें चरण में एक जून को मतदान होना है। जिसके लिए 17 मई को प्रतीक चिह्न आवंटन होने के पश्चात प्रत्याशी अब जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुट गये हैं। नामांकन के दौरान सभी प्रत्याशियों द्वारा अपना-अपना एफिडेविट जमा किया गया है, जिसमें संपत्ति, जमीन-जायदाद के साथ थानों में दर्ज मामले की भी जानकारी दी गयी है। एफिडेविट में दी गई जानकारी में भाजपा के मिथिलेश तिवारी, राजद के सुधाकर सिंह, बसपा के अनिल कुमार और निर्दलीय ददन पहलवान पर अलग-अलग थानों में जहां मामले दर्ज हैं, वहीं आईपीएस की नौकरी से वीआरएस लेकर चुनाव मैदान में उतरे आनंद मिश्रा बेदाग छवि के प्रत्याशी हैं।








सुधाकर पर रामगढ़ व मोहनिया में केस



प्रत्याशियों द्वारा चुनाव आयोग को दी गई जानकारी में राजद के सुधाकर सिंह पर रामगढ़ थाना में कांड संख्या 184 /2013 दर्ज है जिसमें 420, 406 व अन्य धाराओं के तहत बिहार राज्य खाद्य निगम का चावल नहीं जमा करने का आरोप लगाया गया है। मोहनिया थाना कांड संख्या 170/ 2009 मंे सड़क जाम कर यातायात बाधित करने का आरोप है। मोहनिया थाना 310/ 2020 कोविड नियमों का पालन नहीं करते हुए आदर्श अचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।
मिथिलेश तिवारी पर विजिलेंस का केस
भाजपा के मिथिलेश तिवारी पर विजिलेंस द्वारा एक मामला 34/2015 दर्ज है जिसमे 409, 420, 417 व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज है। इसमें कॉलेज के शासी निकाय के कर्तव्य का पालन करते समय झूठे दस्तावेज गठन और धोखाधड़ी एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा बैकुंठपुर थाने में आदर्श आचार संहिता का मामला दर्ज है।
बसपा कैंडिडेट पर काला धन को वैध बनाने का मामला
बहुजन समाज पार्टी के अनिल कुमार पर आलमगंज थाना में 136/2016 दर्ज है जिसमें काला धन को वैध बनाने का मामला है। वहीं गाँधी मैदान थाना में सम्पति विवाद का भी मामला 169/ 2016 दर्ज है।
ददन पहलवान को सजा व रिहाई भी
निर्दलीय प्रत्याशी ददन पहलवान पर डुमरांव थाने में 192/ 2005 दर्ज था जिसमे मारपीट का आरोप लगाया गया था। जिस मामले में न्यायालय द्वारा सुनवाई करते हुए वर्ष 2022 में दो वर्ष का कारावास के साथ पांच हजार आर्थिक दंड की सजा सुनाई गयी थी। इस मामले में रिहाई हो चुका है।
आनंद मिश्रा बेदाग छवि के उम्मीदवार
चुनाव मैदान में आईपीएस की नौकरी से वीआरएस लेकर बक्सर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे आनंद मिश्रा बेदाग छवि के उम्मीदवार है। इन पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं है। वो असम कैडर के आईपीएस अधिकारी थे जिन्हे असम के लोग एनकाउंटर स्पेशलिस्ट आईपीएस कहते थे। जिस जिले में पदस्थापना होती थी अपराधियों के बीच दहशत का माहौल रहता था।

