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सुंदरकांड का पाठ करने से कम हो जाता है साढ़ेसाती का प्रभाव: बैकुंठनाथ जी महाराज

लाल बाबा आश्रम में चल रही श्री राम कथा के सातवें दिन महाराज जी ने सुंदरकांड के महत्व का किया वर्णन

न्यूज विजन। बक्सर
शहर के सती घाट स्थित लाल बाबा के आश्रम में महंत श्री सुरेंद्र जी महाराज के सानिध्य में श्री राम कथा आयोजन किया जा रहा है। श्री राम कथा के सातवें दिन लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज जी के कृपा पात्र जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी बैकुंठ नाथ जी महाराज पीठाधीश्वर माया मधुसूदन धाम, हरिद्वार ने सुंदरकांड प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। स्वामी जी महाराज जी ने बताया की सुंदरकांड रामचरित मानस का हिस्सा है, जो बजरंगबली को समर्पित है। हिंदू धर्म में रामचरितमानस का विशेष महत्व है और उसके सुंदरकांड अध्याय को अत्यंत शुभ और शक्तिशाली माना जाता है। सुंदरकांड श्रीराम कथा का वह भाग है, जिसमें भगवान हनुमान की वीरता, भक्ति और बुद्धिमत्ता का अद्भुत वर्णन है। इस पाठ को नियमित रूप से पढ़ने से जीवन में कई प्रकार के लाभ प्राप्त होता है।

 

सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति का साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव भी कम हो जाता है। कई बार लोग किसी काम को पूरी मेहनत और लगन से करते हैं, लेकिन वो काम बनते-बनते बिगड़ जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही होता है तो सिर्फ एक चौपाई के जाप से आपका काम बन सकते हैं। यह चौपाई सुंदर काण्ड में दी गई है। प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदयँ राखि कोसलपुर राजा॥ गरल सुधा रिपु करहिं मिताई। गोपद सिंधु अनल सितलाई॥ इसका भावार्थ यह है कि किसी भी काम को करने से पहले प्रभु श्रीराम का स्मरण करने से सफलता मिलेगी। जो भी ऐसा करता है उसके लिए विष भी अमृत हो जाता है, शत्रु मित्र बन जाता है, समुद्र गाय के खुर के बराबर हो जाता है, अग्नि में शीतलता आ जाती है। ऐसा माना जाता है कि जब हनुमानजी लंका में माता सीता का पता लगाने गए थे तो इनके मन में इस काम के सफल होने को लेकर शंका थी। तब उन्होने श्रीराम का ध्यान कर लंका में प्रवेश किया और अपने काम में सफल रहे। इसीलिए ये माना जाता है कि किसी भी काम को करने से पहले या इंटरव्यू आदि से पहले इस चौपाई को बोलने और श्रीराम को याद करने से हर काम बन जाता है।

 

रामचरितमानस की रचना तुलसीदास ने महर्षि वाल्मिकी की रामायण को आधार बनाकर की है। सुंदरकांड रामचरितमानस का ही पंचम सोपान है। इसमें हनुमान जी के गुणों और यश के बारे में बताया गया है। मौके पर जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह , जदयू प्रदेश महासचिव आजाद सिंह राठौर, नीरज सिंह, पुना बाबा, राजेश कुशवाहा, बब्लू तिवारी, दुर्गेश पांडेय, अधिवक्ताप्रह्लाद, मनोज वर्मा, बिनोद जयसवाल, संतोष शर्मा, सुरेंद्र वर्मा, सिद्धनाथ तिवारी, आकाश जयसवाल, नागेंद्र वर्मा, कमलेश यादव, ओंकारजी, आरती गुप्ता, महेश जायसवाल समेत काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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