सावन की तीसरी सोमवारी को जलाभिषेक के लिए रामरेखा घाट से जल लेकर रवाना हुए श्रद्धालु




न्यूज विजन। बक्सर
दो माह के सावन की तीसरी सोमवारी को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। ब्रह्मपुर, इटाढ़ी, कोचस, सासाराम, गुप्ताधाम व अन्य जिलों में स्थापित शिवलिंग पर जलार्पण के लिए रविवार को नगर के रामरेखा घाट पर कांवरियों की काफी भीड़ उमड़ी। जैसे जैसे शाम ढ़लते गया भीड़ भी बढ़ते गया।

कोई पैदल कोई तो बाइक से लोग बड़ी वाहनों पर डीजे लगाकर हर हर महादेव और बोल बम जयघोष से गूंजते उत्तरायणी गंगा का पावन तट पहुंचे। जहां से गंगाजल लेकर श्रद्धालुओं ने विधि विधान से कांवर की पूजा-अर्चना की। और कांवरियों का अलग अलग जत्था ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ स्थान के अलावे सोखा धाम एवम बहुत लोग अपने अपने गांव के शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए पैदल नाचते गाते झूमते हुए प्रस्थान किया। कांवरियों ने बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ पर जलाभिषेक करने के बाद मंदिर के आसपास के इलाके में विश्राम किया तथा शिव भक्ति से ओतप्रोत भजन कीर्तन किए।
मालूम हो कि ब्रह्मपुर के बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ कांवरियों के लिए सावन में सबसे बड़ा तीर्थ स्थल बन जाता है। रामरेखा घाट से गंगा का जल लेने के बाद कांवरिया बक्सर से 35 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग एन एच 84 पथ होकर बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर भी पहुंचते हैं। शिव भक्तों में शाहाबाद के चारो जिलों के अलावा उत्तर प्रदेश के बलिया, गाजीपुर आदि स्थानों के भी श्रद्धालु शामिल रहते हैं। इसे लेकर स्थानीय प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
वही ब्रह्मपुर धाम जानेवाले कावरियों की सेवा के लिए जगह जगह पर समाज सेवियों, व्यवसायियों व राजनीतिक दल के लोगों द्वारा कैंप लगाया था। गोलंबर पर बक्सर भविष्य निर्माण मिशन द्वारा रविवार की शाम से देर रात्रि तक कैंप लगाकर कावरियों की सेवा में ठंडा पानी व शरबत की व्यवस्था कराई गई थी। इस दौरान संस्थान के निदेशक डॉ राजेश मिश्रा के अलावे अन्य लोग शामिल रहे।









