साबित खिदमत फाउंडेशन परिसर में बड़े पीर साहब की याद में आयोजित हुयी मिलाद
न्यूज़ विज़न। बक्सर
साबित खिदमत फाउंडेशन कार्यालय में 11वीं शरीफ मनाया गया। जो बड़े पीर साहब की याद में हर साल की तरह इस साल भी साबित खिदमत फाउंडेशन में हजरत अब्दुल कादिर जिलानी बगदादी की याद में मिलाद की गई। इस दौरान नकाबत कर रहे साबित रोहतस्वी ने कहा कि शेख अब्दुल कादिर जिलानी के बताए गए रास्ते पर चलने से सभी लोगों को लाखों सवाब मिलेगा बचपन से ही सबको अपना मुरीद बनाने वाले बड़े पीर साहब को खराज अकीदत पेश की गई।
वहीं मौके पर फक्र आलम ने बहुत अच्छी तकरीर की। अधिक से अधिक संख्या में लोगों ने जुट कर उनको याद किया। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय बिहार प्रांत के सचिव एवं साबित खिदमत हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर दिलशाद आलम ने कहा कि बड़े पीर साहब को अपनी जिंदगी में सभी को लाना चाहिए उनकी बताई गई बात और नमाज दुनिया को जन्नत की तरफ ले जाती है। अपनी उन्नत के लिए उन्होंने बहुत काम किए। अंत में वो बगदाद में पर्दा कर गए। उन्होंने मुर्दों में जान फूंक दिया और जिंदा किया। आज भी उनके नमाज की चर्चा होती है और क़यामत तक होगी। वही डॉक्टर खालिद रजा ने अच्छी बात पढ़ी जिसमें गोस आजम का मुझपे करम है शामिल है। डॉक्टर दिलशाद आलम ने कर्बला से मुहम्मद के नवासे ने सदा दी हम नाना के गुलशन को बचाने में लगे हैं पढ़ी। साबित रोहतस्वी ने मेरे ग़ौसुल आजम का मुझपे करम है पढ़ कर खूब जमाया। मौके पर फ़क़्रे आलम, सिराज खान, नासिर हुसैन, नसीम अंसारी, रौशन श्रीवास्तव, प्रदीप राय, मदन ठाकुर, हाफिज सैय्यद, सैयद अबुल, इरफान, जैन आलम, फ़राज़ आलम ,,सैयद हमीद रजा, जिलानी भाई सहित अनेकों लोग मौजूद थे।