संसारी लोग अपने पिता के संपत्ति तो भोगते है पर इनका कल्याण नही चाहते – गंगापुत्र




न्यूज विजन । बक्सर
जिले के राजपुर प्रखंड अंतर्गत पिपराढ़ गांव में चल रहे चातुर्मास यज्ञ के दौरान बृहस्पतिवार को भागवत कथा सुनाते हुए गंगापुत्र लक्ष्मी नारायण त्रिदंडी स्वामी ने कहा की आश्रम में रहने वाले जीव जो है, मरे तो विष्णु सहस्त्र नाम गीता सून के जाए। संसारी लोग अपने पिता आदि के सारी संपत्ति तो भोगते ही है। पर इनका कल्याण नही चाहते, ये और कहते है, मरने से पहले बता के जाओ, कहा गाड के रखे हो और कही पिता जी नही छोड़ के गए, तो भाईयो में विवाद हो जाता है। तेरही कौन करेगा, ये हालत है संसार की। लेकिन विदुर जी महाराज ने अपने बड़े भाई धृतराष्ट्र गांधारी का पांच दिनों में ही कल्याण कर दिए, विदुर जब रात्रि में लेने के लिए आए तो धृतराष्ट्र ने जाने से पहले माना किया, क्या बताएं विदुर जितना हमारे पुत्र हमे नही मानते थे उससे कही ज्यादा ये पांडव मानते है, बिना खिलाए नही खाते, बिना सुलाए नही सोते, विदुर ने डाटा वाह आप पहले अपने पुत्रों में आसक्त थे और अब पांचों पांडवों में आसक्त हो।

