दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में इटाढ़ी पुलिस के खिलाफ ऐपवा व माले ने निकला विरोध मार्च
युवती की माँ ने तीन दिनों से लड़की को थाने में रखने का लगा रही है आरोप, एसपी से मिलकर सौपा ज्ञापन




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के इटाढ़ी थाना क्षेत्र के पुरुषोत्तमपुर गांव के नट जाति के नाबालिक लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार करने एवं जाँच में पुलिस द्वारा बरती जा रही लापरवाही के खिलाफ पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए ‘अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संघ’ (ऐपवा) एवं भाकपा-माले ने विरोध मार्च निकाला।











विरोध मार्च किला मैदान से निकलकर मॉडल टाउन थाना होते हुए ज्योति चौक पहुंचा जहां पर कार्यकर्ताओं ने विरोध सभा आयोजित किया। विरोध सभा में पीड़ित नाबालिक लड़की की माँ ने बताया की मेरी लड़की विगत 18 दिसंबर से घर से लापता है। बहुत खोजबीन के बाद जब नहीं मिली तो मैंने इटाढ़ी थाने में लड़की को ढूंढने के लिए आग्रह किया। दरोगा जी ने मुझसे तीन हजार रुपये की मांग की तो किसी तरह मांग मांग कर उन्हें तीन हजार रुपये दिए। 22 दिसंबर को गांव के ही दबंग व्यक्ति के कटरा से पुलिस ने मेरी लड़की को बरामद किया। तब से पुलिस मुझे मेरी बेटी से मिलने नही दे रही है। मेरी बेटी बस इतना ही बता पायी कि चार लोगों ने मुझे बंधक बनाकर मेरे साथ गलत काम किया है। तीन दिन से पुलिस हिरासत में ना जाने मेरी बेटी किस हाल में है।
विरोध सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा की बक्सर जिला सचिव संध्या पाल ने कहा कि पुलिस आरोपीयों को बचाने के बचाने के पक्ष में लगी है। हमें ज्ञात हुआ है कि आरोपी भाजपा से जुड़े रसूखदार लोग हैं जिनकी पैरवी स्थानीय सांसद एवं भाजपा के नेताओं द्वारा किया जा रहा है। उन्ही के प्रभाव में पॉक्सो एक्ट की तमाम नियमों को विरुद्ध लड़की के मेडिकल जाँच में देरी की जा रही है ताकि सबूत मिटाया जा सके । स्थानीय इटाढ़ी थाना अध्यक्ष द्वारा लगातार पीड़ित लड़की को धमकाया डराया जा रहा है । उनके परिवार वालों को जान से मार देने की धमकी दी जा रही है । इसीलिए न्याय के लिए आज सड़क पर उतरना पड़ रहा है ।
ऐपवा की सह सचिव पूजा कुमारी ने कहा कि नाबालिक लड़की पर झूठे बयान देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है ताकि गुनहगारों को बचाया जा सके। जिस घर से लड़की बरामद हुई है चार दिनों के बाद उस घर के लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं किया गया है। यह पुलिस की लापरवाही को दर्शाता है। पॉक्सो एक्ट के मुताबिक नाबालिक के साथ बलात्कार न होने की स्थिति में भी परिजनों की उपस्थिति में तुरन्त मेडिकल कराने का प्रावधान है जबकि ऐसा नहीं किया है। हम पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मांग करते हैं की इटाढ़ी थाना से इतर सीनियर महिला पुलिस अधिकारी की देखरेख में इसकी जांच कराई जाए ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।
प्रतिरोध सभा के बाद पीड़ित महिला की माँ एवं ऐपवा के प्रतिनिधि मंडल ने आरक्षी अधीक्षक, बक्सर से मिलकर ज्ञापन दिया। आरक्षी अधीक्षक बक्सर ने त्वरित कार्यवाही करते हुए एक सीनियर महिला पुलिस अधिकारी के समक्ष लड़की का बयान दर्ज कराया तथा सभी आरोपियों के विरुद्धत्वरित कार्यवाही करने का आस्वासन दिया।
विरोध मार्च में ऐपवा की जिला सचिव संध्या पाल, सह सचिव पूजा कुमारी, भाकपा माले की महिला नेत्री गीता देवी, बक्सर सचिव नीरज कुमार, इटाढ़ी प्रखंड सचिव जगनारायण शर्मा, माले के वरिष्ठ नेता राजदेव सिंह, युवा नेता करण कुमार सहित सैकड़ो महिलाओं ने हिस्सा लेकर अपना विरोध दर्ज किया ।

