शिक्षा मानव जाति के विकास की सीढ़ी है : परमा यादव
मध्य विद्यालय विशेश्वर डेरा चक्की की सेवानिवृत्त शिक्षिका कुमारी सरोज का विदाई सह सम्मान समारोह का हुआ आयोजन




न्यूज़ विज़न। बक्सर
शिक्षा सबसे पहले तो शक्तिशाली हथियार है इसका उपयोग हम दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं। शिक्षा मानव जाति के विकास की सीढ़ी है। उक्त बातें गुरुवार को चक्की प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय विशेश्वर डेरा में सेवानिवृत्त शिक्षिका कुमारी सरोज के विदाई सह सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए जिला पार्षद अध्यक्ष प्रतिनिधि सह पूर्व जिला पार्षद सदस्य परमानंद यादव ने कहा।







उन्होंने कहा की शिक्षा समाज को एक बेहतर दुनिया में आकार देती है। समाज की आर्थिक दशा ठीक न होने के कारण कहीं न कहीं शिक्षा को दिया जाता है । जहां की शिक्षा व्यवस्था अच्छी होती है वहां की सामाजिक स्थिति में सुधार आता है । विदाई सह सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जिप अध्यक्षा सरोज देवी उपस्थित रही वही सम्मान समारोह का संचालन शिक्षक जनार्दन सिंह यादव ने किया।

शिक्षा व्यक्ति को जीवन जीने की कला सिखाती है : कुमारी सरोज
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक बीरबल यादव ने संबोधित करते हुए कहा कहा की बच्चों को शिक्षा देना शिक्षकों का कर्तव्य है अगर कहीं से बच्चों में कोई कमी रह जाती है तो उसके लिए शिक्षकों के साथ अभिभावक दोनो को मंथन करना चाहिए। अन्य शिक्षकों ने भी कहा की प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुमारी सरोज का 12 वर्ष का कार्यकाल बहुत ही सफल रहा विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं और बच्चों को जिस प्यार दुलार से सींचा है उसे भूला नहीं जा सकता। बच्चों को इनके द्वारा सबसे पहले अनुशासन का पढ़ाती थीं जिस पर बच्चे भी अमल करते थे। सरकारी सेवा में तो एक समय के बाद सेवानिवृत्त होना तय है लेकिन मैडम को इस गांव और स्कूल परिवार के लोग इतनी आसानी से नहीं भूल सकते। अंत में सरोज कुमारी ने कहा की शिक्षा व्यक्ति को जीवन जीने की कला सिखाती है बिना शिक्षा के कोई भी व्यक्ति जानवर की तरह ही होता है और वैसा ही व्यवहार करता है। शिक्षा इसे सुनियोजित करती है और उसे समाज में जीवन जीने का तरीका सिखाती है ताकि शिक्षित होकर वह समाज और राष्ट्र के निर्माण में सहयोग दे सकें।
मौके पर मौके पर उप प्रमुख चक्की गुड्डू हजाम, पंचायत समिति सदस्य दशरथ यादव, बीआरपी चक्की धर्मराज प्रसाद पाल, बीपीएम चक्की विनय कुमार, एमडीएम बीआरपी अजय कुमार राम के अलावा शिक्षक द्वारिका सिंह, शेषनाथ सिंह, धनजी कुमार सिंह, मोहम्मद साजिद अंसारी, सुनीता देवी, सुमित्रा देवी, नूर सब्बा सिद्दीकी, शिखा गुप्ता, शिखा पाठक के अलावा प्रखंड क्षेत्र के अनेक शिक्षक शिक्षिकाएं व ग्रामीण मौजूद रहे।

