शरीर में गांठ हो तो नहीं करें नजरअंदाज, लापरवाही ले लेता है कैंसर का रूप : डॉ पार्थ सारथी कुमार
न्यूज़ विज़न। बक्सर
क्या हर गांठ कैंसर हो सकती है? नहीं । उक्त बातें शहर के ज्योति प्रकाश चौक कोइरपुरवा स्थित रश्मि मैटरनिटी एंड क्लिनिक के मुख्य चिकित्सक डॉ पार्थ सारथी कुमार ने बातचीत के दौरान कहा उन्होंने कहा की हर गांठ (गिल्टी) कैंसर नहीं हो सकता है ये अच्छी है कि लेकिन ज्यादातर मामलों में यह देखा जाता है कि गांठें कैंसर में तब्दील नहीं होती हैं। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति शरीर में हो रहे गांठों को नजरंदाज करे। यह बहुत जरूरी है कि अगर शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ दिखे और उसमें तकलीफ हो रही हो, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
डॉ पार्थ सारथी कुमार ने कहा की डॉक्टर से संपर्क इसलिए भी जरूरी है क्योंकि कैंसर एक घातक बीमारी है, जिसका अगर समय रहते पता न चले, तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। उन्होंने स्तन में गांठ (अक्सर बिना दर्द के) होना ब्रेस्ट कैंसर के आम लक्षणों में से एक है। स्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला कैंसर है। ब्रेस्ट में किसी प्रकार की सूजन, त्वचा में किसी प्रकार का परिवर्तन मसलन जलन, लाल होना ,कड़ापन, त्वचा की बनावट में बदलाव, त्वचा में गड्ढे, निप्पल से रिसाव, अंदर की तरफ़ धंसना या दर्द हो रहा हो तो डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए। कैंसर का सुरुआती स्टेज में इलाज संभव है, लेकिन भारत में महिलाएं इन लक्षणों को नजरअंदाज करती है जिसके कारण कैंसर एडवांस स्टेज में चला जाता है और एडवांस स्टेज में इलाज संभव नहीं हो पाता है।