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फसल विवधीकरण, कम जल उपयोग करनेवाली फसलों तथा मध्यम अवधि की प्रजातियों को अपनावे किसान : डॉ. मुकेश कुमार

कृषि विज्ञान केन्द्र में “आकस्मिक फसल योजना” पर एक दिवसीय बैठक आयोजित

न्यूज विजन । बक्सर
सोमवार को कृषि विज्ञान केन्द्र, द्वारा जलवायु समुत्थानशील कृषि पर राष्ट्रीय नवाचार परियोजना अन्तर्गत “आकस्मिक फसल योजना” पर एक दिवसीय जिलास्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. मुकेश कुमार, प्राचार्य वीर कुँवर सिंह कृषि महाविद्यालय, डूमराँव, उप परियोजना निदेशक, आत्मा श्रीमती बेबी कुमारी, कृषि विज्ञान केन्द्र, के वरीष्ठ वैज्ञानिक सह प्रमुख डॉ. देवकरन तथा आमंत्रित अतिथियों व प्रगतिशील किसानो द्वारा संयुक्त रूप से दीप-प्रज्ज्वलित कर किया गया।

बैठक में शामिल किसान

डॉ देवकरन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा किये जा रहे विविध कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होने बताया कि अगस्त माह मे कम वर्षा होने के कारण धान की फसल प्रभावित हुई है तथा सिंचाई जल तथा वर्षा की कमी के कारण खाली खेत के आच्छादन हेतु आकस्मिक फसल योजना पर एक दिवसीय जागरूकता सह परिचर्चा का आयोजन किया गया हैं।

मुख्य अतिथि डॉ. मुकेश कुमार ने मौसम आधारित अंतर फसल प्रणाली पर ध्यान केन्द्रित करते हुए किसानो द्वारा उठाये गये मूद्दों व सुझावों पर ज्यादा से ज्यादा अंतर संस्थागत सहयोग के माध्यम से जलवायु अनुकूल एवं क्षेत्र विशेष आधारित टिकाउ तकनीकियों के प्रचार-प्रसार पर बल दिया। उन्होने किसानो को फसल विवधीकरण, कम जल उपयोग करनेवाली फसलों तथा मध्यम अवधि की प्रजातियों को अपनाने का सुझाव दिया। साथ ही साथ वृक्षारोपण को बढ़ावा देने तथा जल संचय के उपाय भी बतायें। संबंधित फसल अवशेषों के विघटन व प्रयोग द्वारा मृदा मे कार्बन की मात्रा को बढ़ावा देकर रासायनिक खाद के प्रयोग को कम करने तथा कृषि तकनीकियों के प्रयोग से जल की खपत को कम करने का सुझाव दिया। उन्होने किसानों को प्रतिकूल मौसम मे पोषण युक्त एवं जलवायु अनुकूल मोटे अनाज की खेती करने एवं बेहतर तकनीकी जानकारी एवं सहयोग हेतु सरकारी संस्थानों के अधिकाधिक भ्रमण का आह्वान किया।

कार्यक्रम मे उपस्थित जिले के विभिन्न विभागों जैसे कृषि, पशुपालन, उद्यान, आत्मा परियोजना, आदि के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधियों ने आकस्मिक फसल योजना से संबंधित विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रम/योजनाओं की जानकारी दी। विभिन्न प्रखंडो के किसानश्री एवं प्रगतिशील किसानों के साथ उपस्थित एफ0पी0ओ0 के प्रतिनिधियों द्वारा सुझाव एवं जलवायु परिवर्तन से फसल एवं पशुपालन पर प्रतिकूल प्रभाव व समस्याओ को साझा किया गया जिसे कार्यक्रम के माध्मय से संबंधित प्रबंधन की जानकारी दी गई।

पादप सुरक्षा के विशेषज्ञ रामकेवल ने फसल मे कीट व्याधि व रोग संबंधी समस्याओं के निदान एवं प्रबंधन की विस्तृत तकनीकी जानकारी उपस्थित किसानों को दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मान्धाता सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन हरिगोबिंद द्वारा दिया गया।

बैठक मे 50 से अधिक कृषक बंधु उपस्थित थे जिसमे श्री दीपक कुमार राम, त्रिलोकी नाथ राम, नगीना राम, अनिल कुमार राय, नंद बिहारी पासवान, चितरंजन तिवारी, हरेराम पाण्डेय, संजय चौधरी, संतोष सिंह, शंभु प्रसाद, बृज नंदन चौधरी, आशुतोष पाण्डेय, आदि उपस्थित थे तथा केन्द्र के श्री आरिफ परवेज, राकेश मणि, रवि चटर्जी, राजेश कुमार राय, सरफराज अहमद खान, बुद्धप्रिय मोर्या, संदीप, अरविंद, आदि ने सहयोग किया।

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