राम कभी भी सत्ता की होड़ में धर्म की तिलांजलि नहीं दी : कामेश्वर पांडेय
भाजपा के लोग तो हमारे धर्माचार्यों से भी अलग राय रखते हैं इनका मात्र मकसद धर्म की स्थापना नहीं, धर्म की आड़ में सत्ता प्राप्ति करना है




न्यूज़ विज़न। बक्सर
सोमवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व सचिव कामेश्वर पांडेय एवं शहर के प्रसिद्ध रामेश्वरनाथ मंदिर ट्रस्ट के सचिव रामस्वरूप अग्रवाल ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि भाजपा द्वारा 14 से 22 जनवरी तक बिहार के सभी मंदिरों का सफाई अभियान चलाया जाएगा। क्या इसके पहले बिहार के जितने मंदिर हैं उनका प्रत्येक दिन सफाई एवं धुलाई का कार्य नहीं होता है क्या ?








इन लोगों के द्वारा मंदिर प्रबंधन को यह साबित करने का ठीका किसने दिया की मंदिर की सफाई नहीं होती। मंदिर में वगैर सफाई एवं धुलाई के कोई कार्य नहीं होता इन लोगों के यहां तो कोई भी सनातन धर्म का पालन ही नहीं। शास्त्र एवं लोकाचार का इन भाजपा नेताओ को ज्ञान होता तो जिसके घर माता-पिता मरते हैं अगर वह छोर कर्म नहीं करता तब तक उसके ऊपर सूतक रहता ही है। इसलिए माननीय प्रधानमंत्री अपने माता के मृत्यु के उपरांत दाढ़ी मूछ सिर का छोर कर्म नहीं किया। यह लोग तो भाजपा के लोग तो हमारे धर्माचार्यों से भी अलग राय रखते हैं इनका मात्र मकसद धर्म की स्थापना नहीं। जिस रामलाल के लिए 1949 से आज तक लड़ाई हुई वह रामलाल की मूर्ति नहीं लगेगी उनकी स्थापना नहीं होगी इनका एकमात्र मकसद धर्म की आड़ में सत्ता प्राप्ति करना है। रामचरितमानस के उत्तर कांड में बाबा ने स्पष्ट शब्दों में लिखा कि कलयुग में पाखंड चरम पर होगा। लोग अपने माता-पिता को अपने कुल देवता की पूजा नहीं करेंगे अपने गांव के मंदिर में भगवान राम एवं शिव की पूजा नहीं करेंगे। जबकि हमारे यहां कहावत है घर का देवता पुज के बाहर के देवता पूजल जला। राम की सही पूजा यही है कि राम के आदर्शों पर चलकर परिवार समाज एवं धर्म की स्थापना की जाए। यही सच्ची राम की पूजा है राम ने हमको यही सिखाया है राम कभी भी सत्ता की होड़ में धर्म की तिलांजलि नहीं दी।




