राम और कोई नहीं बल्कि अनंत कोटि ब्रह्मांड के नायक ब्रह्म ही है : आचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज




न्यूज़ विज़न। बक्सर
लाल बाबा के 17 वें निर्वाण दिवस पर नगर के सती घाट पर स्थित लाल बाबा आश्रम पर रामकथा के दूसरे जगतगुरु रामानुजाचार्य आचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज ने श्रद्धालुओं को श्रीराम कथा के दौरान शिव पार्वती की कथा सुनाई। वही कथा का श्रवण करने के लिए भारी संख्या में महिला और पुरुष श्रद्धांलु सती घाट पर पहुंचें ।











कथा के दौरान यज्ञ भारद्वाज संवाद के माध्यम से रामतत्त्व के बारे में जिज्ञासा की चर्चा करते हुए याज्ञवल्य जी ने शिव पार्वती के संवाद के माध्यम से कहा कि राम और कोई नहीं बल्कि अनंत कोटि ब्रह्मांड के नायक परस्पर ब्रह्म ही है जो इस सृष्टि के सृजन, पालन और संहार के हेतु है। सती मोह कथा की प्रस्तुति बहुत भावपूर्ण रही सती को भगवान की वन लीला देखकर मोह हो गया तो परीक्षा लेने पहुंची तब उन्हें ज्ञान हुआ की राम ही ईश्वर है उन्होंने परीक्षा लेने के लिए सीता का वेश बना लिया था। इसलिए शिव ने उनका त्याग किया अपने पिता दक्ष के यज्ञ में शिवजी के अपमान से क्षुब्ध होकर सती ने योग अग्नि में अपने शरीर को भस्म कर दिया और हिमाचल पर हिमाचल के घर पार्वती के रूप में जन्म लिया तपस्या कर शिव को पति के रूप में प्राप्त कर लिया। शिव विवाह संगीत में प्रस्तुति से श्रद्धालु श्रोता झूम उठे।
कथा के दौरान आश्रम के महंथ सुरेंद्र तिवारी, प्रदीप राय, गोपाल पांडेय, मुक्तेश्वर शास्त्री, अरुण मिश्रा, नन्द कुमार तिवारी, गणेश उपाध्याय, संजय सिंह, पप्पू राय समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।

