भगवान के भोलेनाथ का भजन करने से तुलसीदास आदि पुरुषों ने सद्गति को प्राप्त कर गया : राम चरित दास
रामेश्वर नाथ मंदिर में छठे दिन आयोजित शिवपुराण कथा




न्यूज विजन । बक्सर
शहर के रामरेखा घाट रामेश्वर नाथ मंदिर में चल रहे शिव पुराण कथा के छठे दिन कथा के दौरान पूज्य श्री मामा जी के शिष्य रामचरित्र दास उर्फ महात्मा जी ने भगवान भोलेनाथ के प्रसंग जो बालकांड में शुरू हुआ है। साथ ही साथ भक्ति प्रेम का भी व्याख्या बहुत अच्छी तरह से किया और आगे भी भोले बाबा की कथा चलेगा। जहां प्रसंग चल रहा है वह भक्ति के बारे में भोले बाबा बता रहे हैं। कुंभद्र ऋषि को कुंभ जी के पास हुआ। कथा सुनने भवानी और शंकर जी पहुंचे हुए हैं और वहीं पर प्रसंग चल रहा महाराज सिंह ने अपने कथा के विस्तार में बताया कि किस प्रकार महर्षि तुलसी दास ने बताया कि भगवान के भोलेनाथ का भजन करने से तुलसीदास की अजमत आदि पुरुषों ने सद्गति को प्राप्त कर गया। उन्होंने अपने आगे कथा का वर्णन करते हुए कहा की जितने भी हमलोग जीव हैं यह गूलर के कीड़े हैं। और इतने बड़े वृक्ष यानी बड़े मनुष्य जो चारों तरफ से पेड़ में लटके हुए हैं। इनको खाने वाले कल हमेशा दौड़ता है और हे प्रभु आप ही उसकी रक्षा करते हैं। और वह कल भी शिवजी के देख करके भयभीत हो जाता है। किसी भी विषय का ज्यादा प्रेमी बनना हमारे लिए कष्टदायक होता है।
हम सिनेमा के ज्यादा प्रेमी बनेंगे आंख खराब हो जाएगी। खाने पीने के ज्यादा प्रेम बनेंगे डायबिटीज पकड़ लेंगे और संसार के सारे स्त्रियों में अपने मां बहनों के हित देखें। किसी भी चीज का विषय हम सभी के लिए कष्टदायक होता है। कथा के दौरान आचार्य दयाशंकर पंडित, हिमांशु रंजन चौबे, मंदिर के पुजारी विकी पांडे, प्रकाश नारायण मिश्रा, गोविंद जी, अनु जी, रवि, बृजमोहनपाठक आदि लोग मौजूद थे।









