भगवत नाम के स्मरण मात्र से ही मनुष्य के समस्त पापों का नाश हो जाता है : राजेन्द्र देवाचार्य जी महाराज
प्रभु श्रीराम व जनकनंदनी के विवाह की तैयारियां जोरो पर, देर रात सम्पन्न होगा विवाह




न्यूज़ विज़न। बक्सर
भगवत नाम के स्मरण मात्र से ही मनुष्य के समस्त पापों का नाश हो जाता है उक्त बातें रविवार को मलुकपीठाधिश्वर श्री राजेन्द्र देवाचार्य जी महाराज ने श्री सीताराम विवाह महोत्सव में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन कथा विश्राम के दौरान कहा।








उन्होंने कहा की भागवत नाम का स्मरण से हमारे समस्त पापों का नाश तो होता ही है लेकिन भागवत नाम के स्मरण की एक विशेष विधि है। उन्होंने कहा कि भगवान के नाम के स्मरण के पहले हमें गुरु का स्मरण करना चाहिए। क्योंकि बिना गुरु के मार्गदर्शन के हमें ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता है। भगवान क्या है हमारे जीवन का लक्ष्य क्या है यह सब तो बड़ी बातें हैं अगर श्री सद्गुरु का आशीर्वाद और मार्गदर्शन न प्राप्त हो तो हम यह भी नहीं जान सकते हैं कि हम मनुष्य हैं। सद्गुरु की कृपा से ही हमें मनुष्यता का भी बोध होता है इसलिए सर्वप्रथम गुरु का स्मरण करना चाहिए और उसके पश्चात ही भगवान का स्मरण करना चाहिए। इसी के साथ विवाह महोत्सव में 10 तारीख से प्रारंभ श्रीमद् भागवत कथा श्री हरये नमः के जय घोष के साथ संपन्न हो गई।



वही पूज्य श्री खाकी बाबा सरकार के पुण्य स्मृति में चल रहे 54 वें श्री सीताराम विवाह महोत्सव के आठवे दिन भी नित्य की भांति आज प्रातः काल से ही आश्रम में विभिन्न धार्मिक आयोजन प्रारंभ हो गए।आश्रम के परिकरो द्वारा सर्वप्रथम श्री रामचरितमानस जी का नवाह पारायण पाठ किया गया।तत्पश्चात दामोह की संकीर्तन मण्डली के द्वारा नव दिवसीय अखण्ड अष्टयाम हरिकीर्तन जारी रहा।
रविवार की रात्रि विवाह पंचमी को पूरे विधि विधान के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम एवं जगत जननी माता सीता के विवाह का कार्यक्रम संपन्न होगा। विवाह महोत्सव में सम्मिलित होने के लिए बड़ी संख्या में संतों के साथ-साथ भक्तगण में उपस्थित हुए हैं। आश्रम के परिकरों के द्वारा श्री सीताराम विवाह महोत्सव को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रहे हैं मुख्य पंडाल में भव्य विवाह मंडप का निर्माण एवं स्वास्थ्य सजा की जा रही है तथा अन्य तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही। रात्रि में विवाह महोत्सव संपन्न होगा।

