POLITICS

बनारस से पहले बक्सर का अपना इतिहास रहा है, जो इसका इतिहास को बदलने की बात करेगा उसका नामोनिशान मिट जायेगा : अनिल कुमार

सामंतवादी और मनुवादियों के गोद से बक्सर को निकालने के लिए आम आवाम हो चुका है तैयार

 न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

बुधवार को बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अनिल कुमार ने सदर प्रखंड अंतर्गत चुरामनपुर, पड़री, दहिवर, दलसागर, बरुना, भटवलिया, निधुआ, बसौली, रामडीहा, बोक्सा, कुल्हाड़िया, जगदीशपुर, महदह, एकडेरवा, नादाव, सोन्हिला, हुकहा, लालगंज समेत लगभग दो दर्जन से ऊपर गांव में जनसंपर्क कर बहुजन समाज पार्टी के पक्ष में वोट करने की अपील की। इस दौरान अनिल कुमार ने भाजपा प्रत्याशी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को बक्सर की चौहद्दी नहीं पता वह बक्सर को क्या बना सकता है। उनको तो कहना चाहिए कि हम बक्सर को गोपालगंज बना देंगे।

उन्होंने कहा की बनारस से पहले बक्सर का अपना इतिहास रहा है। बक्सर का कोई बेटा यह नहीं चाहेगा कोई उनके बक्सर के इतिहास को बदलने की बात कहे। जो बदलने की बात करेगा उसका इस बक्सर से नामोनिशान मिट जायेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग विदेशी प्लेयर उतारते हैं उस विदेशी प्लेयर का नामो निशान जब मिटेगा तब उनको देशी का याद आएगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की विदेशियों के हाथों में कब तक रहेगा बक्सर? इन विदेशियों को भगाकर इस बार बक्सर के बेटा को चुनिए। बक्सर के लिए बक्सर के विकास के लिए हर वर्ग के लोग साथ आ रहे हैं। इस बार बक्सर बहुजन मय होगा, हाथीमय होगा। इस बार बक्सर का बेटा जीतेगा और बक्सर के विकास के लिए जीतेगा।

अनिल कुमार ने कहा की बक्सर जिस तरह से सामंतवादी और मनुवादियों के गोद में है जिसको इन लोगों ने दबा कर रखा है उस बक्सर को निकालने के लिए यहां का आम आवाम तैयार हो चुका है और पूरा विश्वास है कि इस बार इन मनुवाद और सामंतवादों का इस बक्सर से नामोनिशान मिटेगा और बहुजन समाज जीतेगा। उन्होंने कहा की सामंतवादी विचारधारा के लोग अपनी विचारधारा से लोगों को डराने और धमकाने का काम करते रहे हैं। हमारे गांवों का विकास तक इन्होंने रोक रखा है। इन सब के लिए इस बार बहुजन समाज के तमाम लोग एकत्रित होकर नई रणनीति के तहत बहुजन समाज पार्टी के हाथों को मजबूत करने का फैसला कर चुके हैं। इस बार हाथी को बढ़ाएंगे और हाथी की सवारी कर बक्सर को बहुजन मय बनाएंगे।

मौके पर अभिमन्यु कुशवाहा, शिवकुमार कुशवाहा, शेषनाथ कुशवाहा, रंजीत कुशवाहा, विजेंद्र कुशवाहा मुखिया, सत्य प्रकाश, दिलीप कुमार पूर्व मुखिया, धनंजय कुशवाहा, ऋषिकेश कुशवाहा, ज्योति प्रकाश उप मुखिया, अरविंद कुशवाहा उप मुखिया समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button