बनारस घराने के विशाल कृष्णा के लोक नृत्य और गीत कार्यक्रम की प्रस्तुति देख मंत्रमुग्ध हुए छात्र-छत्राएं व शिक्षक
पारंपरिक संगीत और नृत्य की सुंदरता को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से फाउंडेशन स्कूल में लोक गीत और नृत्य कार्यक्रम का हुआ आयोजन
न्यूज़ विज़न। बक्सर
शनिवार को फाउंडेशन स्कूल में लोक गीत और नृत्य कार्यक्रम का आयोजन किया जो हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उत्सव था। कार्यक्रम स्कूल सभागार में आयोजित किया गया और इसमें छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देना और हमारे पारंपरिक संगीत और नृत्य की सुंदरता को प्रदर्शित करना था।
कार्यक्रम की उद्घाटन रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधान पहने छात्रों तथा विशिष्ट अतिथि कलाकारों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। साथ ही विद्यार्थियों के एक समूह द्वारा एक मधुर स्वागत गान प्रस्तुत किया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से परिचित कराना था। जो सांस्कृतिक विरासत का उत्सव था। कार्यक्रम का उद्देश्य सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देना और हमारे पारंपरिक संगीत और नृत्य की सुंदरता को प्रदर्शित करना था। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कलाकार विशाल कृष्णा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को भारतीय संस्कृति के अनुसार विद्यालय के नन्हे विद्यार्थियों ने तिलक लगाया । विद्यालय के अकादमिक प्रमुख डॉ. एस. के दूबे और उप प्राचार्य मनोज कुमार त्रिगुण ने अतिथि कलाकारों को पुष्पगुच्छ भेंट किए।कार्यक्रम का शुभारम्भ पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर मधुर संगीत के साथ हुआ। जिसने सभागार को ऊर्जा और उत्साह से भर दिया। दर्शक छात्र और शिक्षक प्रदर्शन से मंत्रमुग्ध हो गए और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। कलाकारों ने बड़े उत्साह से गाना गाया और उनकी आवाजें सभागार में गूंज उठीं। गाने के बोल सरल लेकिन अर्थपूर्ण थे और उन्होंने प्यार, दोस्ती और एकता का संदेश दिया। वही कार्यक्रम का समापन सभी कलाकारों के भव्य प्रदर्शन के साथ हुआ। छात्र एक लोकप्रिय लोक गीत गाने और नृत्य करने के लिए एक साथ आए और दर्शक भी इसमें शामिल हो गए, जिससे एक आनंदमय और सौहार्दपूर्ण माहौल बन गया। यह आयोजन बहुत सफल रहा और इसने उपस्थित सभी लोगों पर अमिट छाप छोड़ी। यह हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक अद्भुत उत्सव था और भावी पीढ़ियों के लिए हमारी परंपराओं को संरक्षित करने के महत्व की याद दिलाता है। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के साथ ही फाउंडेशन स्कूल ने अपनी प्रतिबद्धता को मूर्त रूप प्रदान किया तथा एक सफल विद्यालय के विभिन्न आयामों को स्वयं में समाहित करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गया I
विशाल कृष्ण जी का संक्षिप्त परिचय :-
विशाल कृष्ण का जन्म 1991 मे बनारस घराने के प्रवर्तक एंव आपके परदादा आचार्य पंडित सुखदेव महाराज जी के यंहा हुआ। आपकी नृत्य की शिक्षा 3 वर्ष की आयु से प्रारंभ हो गई। आपकी प्रथम गुरु कथक की महारानी आपकी दादी सितारा देवी उसके बाद आपके पिता पंडित मोहन कृष्णा एवं श्री रविशंकर मिश्र से प्राप्त की ।आप नटराज पंडित गोपी कृष्णा के भतीजे है । आपके नृत्य मे गजब की स्फूर्ति ,सुंदर अंग संचालन ,कुशल अभिनय, होने की वजह से आपको एक अलग पहचान मिली और आपको कला विभूति सम्मान, श्रृंगार मणि पुरस्कार, पंडित बिरजू महाराज संगीत संमृद्धि सम्मान, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक आकादमी पुरस्कार, केलुचरण महापात्र युवा प्रतिभा सम्मान जैसे पुरस्कारों से नवाजा गया I आपने भारत के साथ साथ आस्ट्रेलिया, चाइना, कोरिया, पेरिस, मलेशिया, अमेरिका, इंडोनेशिया आदि देशो में भी नृत्य के सफल कार्यक्रम किया है I तबला पर आपका साथ दिया श्री उदय शंकर मिश्र ने और हारमोनियम पर थे श्री राघवेन्द्र शर्मा।