बक्सर नगर परिषद में होल्डिंग टैक्स घोटाला उजागर, ऑडिट रिपोर्ट में हेराफेरी का हुआ खुलासा!



न्यूज विज़न। बक्सर
बक्सर नगर परिषद में होल्डिंग टैक्स वसूली से जुड़े घोटाले का बड़ा खुलासा हुआ है। नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ स्थानीय निवासी आकाश कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम में आवेदन देकर गंभीर आरोप लगाए थे। इस पर बिहार लोक निवारण अधिकार अधिनियम आयुक्त सह प्रथम अपीलीय प्राधिकार, पटना ने जिलाधिकारी को जांचोपरांत कार्रवाई का निर्देश दिया था।








जांच उप विकास आयुक्त, बक्सर को सौंपी गई थी। 31 जुलाई 2025 को प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में साफ हुआ कि स्पैरो सॉफ्टेक प्राइवेट लिमिटेड को बिना प्रक्रिया पालन किए टैक्स वसूली का कार्य सौंपा गया। एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराए गए सॉफ्टवेयर की जांच किए बिना ही भुगतान कर दिया गया, जबकि वसूली सही ढंग से नहीं हुई। हैरानी की बात यह है कि एजेंसी को कार्यमुक्त करने के बाद भी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और आदेश की प्रति तक उपलब्ध नहीं कराई गई।




ऑडिट रिपोर्ट में गड़बड़ी बेनकाब
ऑडिट रिपोर्ट में राशि की हेराफेरी का बड़ा मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक: स्थायी कर्मियों के रहते लेखा और वसूली का कार्य अस्थायी कर्मियों से कराया गया। कार्यपालक सहायक आशुतोष कुमार, संतोष कुमार और धनजी राम पिछले 10 सालों से नगर परिषद कार्यालय में जमे हुए हैं और इनके द्वारा भी वसूली में अनियमितताएं पाई गईं। तत्कालीन ईओ प्रेम स्वरूपम पर कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वहन न करने का आरोप साबित हुआ है।
वसूली होगी दोषी कर्मियों से
कमिश्नर ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि ऑडिट रिपोर्ट में चिन्हित अनियमित राशि का आकलन कर दोषी कर्मियों से वसूली की जाए और इसे कोषागार के खाते में जमा कराया जाए। बक्सर नगर परिषद का यह मामला अब शहरवासियों के बीच चर्चा का विषय बन चुका है। सवाल यह है कि इतनी गंभीर लापरवाही और गड़बड़ी के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों और एजेंसी पर सख्त कार्रवाई कब होगी?

