OTHERS

जिले के युवाओ के कौशल और क्षमताओं को विकसित करेगा नाइलिट केंद्र : अश्विनी चौबे

वर्चुअल माध्यम से नाइलेट केंद्र का केंद्रीय मंत्री ने किया उद्घाटन 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के कौशल विकास विस्तारण केंद्र का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। और उन्होंने कहा कि आज का समय त्वरित गति से बदल रहा है। दुनिया तेजी से बदल रही है। ऐसे में हमारे युवाओं की चुनौतियां भी बदल रही है। उन्हें नई चुनौतियों का सामना करना होगा। इन नई चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्हें नये कौशल और क्षमताओं की आवश्यकता होगी।

 

 

केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने कहा कि संसदीय क्षेत्र के युवक इस के अनुरूप तैयार रहें, इसी को देखते हुए इस कौशल एवं क्षमता विकास केंद्र की स्थापना की गई है। यह केंद्र हमारे युवाओं के नई कौशल और क्षमताओं को विकसित करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के कुशल नेतृत्व में भारत की शिक्षा प्रणाली में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहें हैं। आज उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ‘डिजिटल भारत’ पहल के अंतर्गत युवाओं के कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण को अत्यधिक महत्व देने के प्रयोजन से एक अभियान की शुरुआत हुई जो तीन मूल स्तम्भों पर आधारित है जिसमें- प्रत्येक नागरिक के लिए उपयोगिता के रूप में डिजिटल अवसंरचना, मांग पर शासन व सेवाएं तथा नागरिकों का डिजिटल सशक्तिकरण का सृजन करना है।


इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण के अन्तर्गत राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) विशेष रूप में शिक्षण एवं प्रशिक्षण के अनौपचारिक क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रॉनिक में प्रशिक्षण कार्यक्रमों को प्रत्यायित कर रहा है। यह सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, संचार प्रौद्योगिकियों, हार्डवेयर, साइबर कानून, साइबर सुरक्षा, बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर), भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस), क्लाउड कम्प्यूटिंग, ई-शासन तथा संबद्ध विषयों पर अर्हता प्राप्त मानव संसाधन के विकास में सक्रियता से शामिल है। यह संस्थान भारत में कौशल विकास तथा क्षमता निर्माण के परिदृश्य से एक अद्वितीय पहचान एवं विशिष्टता प्रदान करता है। कई सरकारी विभागों ने नाइलिट को तृतीय-पक्ष एजेंसी के रूप में तकनीकी जनशक्ति की भर्ती का दायित्व भी सौंपा है।

नाइलिट ने सूचना इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार प्रौद्योगिकी (आईईसीटी) के क्षेत्रों में मानक स्थापित करने की दिशा में प्रयास किए हैं और सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रॉनिक उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार उभरते क्षेत्रों में उद्योग एवं बाजारोन्मुखी पाठ्यक्रम का विकास किया है। पूरे भारत में 49 केन्द्रों तथा 850 से ज्यादा प्रत्यायित प्रशिक्षण भागीदारों और लगभग 8800 सुविधा केन्द्रों (डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों के लिए) के नेटवर्क सहित, नाइलिट शिक्षा प्रणाली में एक नई क्रांति का अध्याय लिख रहा है। नाइलिट ने अपने 10 वर्षों के सफर में, अभी तक 86 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इसी क्रम में, आज शिक्षा के इस प्रांगण का उद्घाटन करते हुए मुझे अपार खुशी के साथ-साथ यह संतोष भी है कि बक्सर के युवाओं को अपने कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण का वो सुनहरा अवसर मिलेगा, जिसकी तलाश में वह पटना या अन्य महानगरों की तरफ रुख करते थे। इससे बिहार से पलायन रुकेगा। साथ ही, यहीं रोजगार के नए अवसर सृजित होंगें।

इस केंद्र में विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित कौशल और क्षमताओं को विकसित करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस मौके पर राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) के महानिदेशक डॉ मदन मोहन त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button