सत्ता में हमारी मजबूती के साथ हिस्सेदारी होनी चाहिए, गिनती गिनाने वालों की जरूरत नहीं है : उपेंद्र कुशवाहा
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने किया शहर के चरित्रवन में कुशवाहा भवन का शिलान्यास




न्यूज़ विज़न। बक्सर
प्रभावकारी हिस्सेदारी हो तभी समाज का कल्याण होगा, केंद्र एवं राज्य की सत्ता में हमारी मजबूती के साथ हिस्सेदारी होनी चाहिए। गिनती गिनाने वालों की जरूरत नहीं है उक्त बातें रविवार को नगर के किला मैदान में आयोजित कुशवाहा महासभा द्वारा आयोजित कुशवाहा भवन निर्माण के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा।








उपेंद्र कुशवाहा नगर के चरित्रवन स्थित कुशवाहा भवन के भवन निर्माण का शिलान्यास किया। जिसके पश्चात किला मैदान में आयोजित शिलान्यास समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि कुशवाहा भवन के निर्माण हो जाने से समाज के छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। बहुत से छात्र हैं जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, जो सुविधा के अभाव में अपनी पढ़ाई छोड़ देते हैं। वैसे छात्रों को इससे मजबूती मिलेगी। वही देश के वर्तमान राजनीति के परिप्रेक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज के लोगों में काफी चेतना जगी है। देश के विभिन्न हिस्से में भी इसका परिणाम दिख रहा है। हरियाणा जैसे राज्य में मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश एवं बिहार में उपमुख्यमंत्री का चेहरा दिख रहा है। समाज को और भी संगठित होकर राजनीति में हस्तक्षेप करना जरूरी है। पुराने वाले विचार को बदलना होगा। हमारे समाज के लोगों का ऐसा मानना था कि अपने समाज का कोई भी व्यक्ति कहीं भी चुनावी मैदान में हो उसे वहां जीत दिलाई है। लेकिन हमें इस गिनती गिनाने वाली पद्धति को छोड़कर प्रभावकारी राजनीति को अपनाना होगा। अगर पंचायत स्तर एवं प्रखंड स्तर पर अपनी पहचान बनानी हो तो पुरानी परंपरा ठीक है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुशवाहा महासंघ के अध्यक्ष अभिमन्यु कुशवाहा ने किया जबकि सञ्चालन बक्सर पब्लिक स्कूल के निदेशक निर्मल कुमार सिंह ने की वही कार्यक्रम में भोजपुरी गायक ब्रजेश सिंह एवं शिवानी सिंह ने अपने गीतों से लोगों को खूब झुमाया। इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न गांव से हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने पहुंचकर इस कुशवाहा भवन के निर्माण शिलान्यास कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम में राम व्यास सिंह कुशवाहा, मीना सिंह कुशवाहा, विंध्याचल सिंह कुशवाहा, दीनानाथ ठाकुर, सरोज कुमार सिंह, बंटी शाही, सुकुल राम, अरुण कुशवाहा, शिवप्रसाद सिंह कुशवाहा, जेपी कुशवाहा, शिवजी कुशवाहा समेत अनेको लोग शामिल रहे।

